स्कूल में साइंस विषय को कह सकते हैं NO, मैथ्स की तरह दो लेवल का प्लान ला सकती है CBSE
CBSE New Rule: क्लास 10वीं के स्टूडेंट्स के लिए CBSE नया नियम लाने वाला है. सीबीएसई स्टूडेटंस को अब मैथ्स की तरह साइंस विषय भी दो लेवल में पढ़ाया जाएगा, बेसिक और एडवांस. सीबीएसई की इस नए नियम का उद्देश्य है स्टूडेंट्स के लिए साइंस विषय की पढ़ाई को आसान करना.
CBSE New Rule Two level System For Science: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) हमेशा छात्रों की रूचि और उनकी क्षमता पर ध्यान देते हुए छोटे-बड़े बदलाव करता रहता है. इसी कड़ी में CBSE एक नया नियम लाने जा रहा है. अब क्लास 10वीं में मैथ्य की तरह साइंस विषय में भी दो लेवल होंगे. जैसे मैथ्स में बेसिक और एडवांस्ड का स्टैंडर्ड तय किया गया है ठीक वैसे ही साइंस विषय को भी दो लेवल में बांटा जाएगा.
सीबीएसई की ये नियम 2026-27 से क्लास 9वीं के लिए लागू होगी. वहीं 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए इसे 2028 से लागू किया जाएगा. मौजूदा समय में क्लास 10वीं में मैथ्स दो स्तर में है, बेसिक और स्टैंडर्ड.
CBSE New Rule: क्या है उद्देश्य?
इस नए नियम का उद्देश्य है छात्रों की रूचि को ध्यान में रखते हुए, उन्हें विषय चुनने का मौका देना. बेसिक स्तर उन स्टूडेंट्स के लिए होगी, जो विज्ञान को विषय के रूप में नहीं पढ़ना चाहते हैं. इस नियम को लाने के पीछे CBSE का मुख्य उद्देश्य है स्टूडेंट्स के ऊपर प्रेशर को कम करना.
CBSE Science Basic Vs Advance: क्या होगा दोनों लेवल में अंतर?
साइंस का बेसिक लेवल उन छात्रों के लिए होगा, जो साइंस को विषय के रूप में नहीं लेना चाहते हैं. इसमें साइंस की बेसिक चीजें बताई जाएगी, जिससे स्टूडेंट्स को इसका ज्ञान भी हो जाएगा और उनपर साइंस विषय को पढ़ने का बोझ भी नहीं बनेगा. इस लेवल में डेली लाइफ में विज्ञान के इस्तेमाल पर फोकस किया जाएगा. बेसिक लेवल की साइंस परीक्षा में सभी स्टूडेटंस का शामिल होना जरूरी है.
वहीं एडवांस लेवल की साइंस, उन स्टूडेंट्स के लिए डिजाइन किया जाएगा, जिन्हेंआगे चलकर इंजीनियरिंग, मेडिकल और इस तरह के अन्य कोर्स में पढ़ाई करनी है. ये लेवल सभी के लिए चुनना जरूरी नहीं होगा. लेकिन जो स्टूडेंट्स इसे चुनते हैं, उनका अच्छे नंबर से पास करना जरूरी होगी.
