HDFC Focused Fund vs SBI Focused Fund: आपके लिए कौन बेहतर, एचडीएफसी फोकस्ड फंड या एसबीआई फोकस्ड फंड?

HDFC Focused Fund vs SBI Focused Fund: एचडीएफसी फोकस्ड फंड और एसबीआई फोकस्ड फंड दोनों हाई-कन्विक्शन स्ट्रैटेजी वाले लोकप्रिय इक्विटी फंड हैं. एचडीएफसी फोकस्ड फंड लार्ज-कैप बायस और कम वोलाटिलिटी के साथ मजबूत रिटर्न देता है, जबकि एसबीआई फोकस्ड फंड मल्टी-कैप और ग्लोबल एक्सपोजर प्रदान करता है. रिटर्न, जोखिम, एयूएम और पोर्टफोलियो संरचना के आधार पर, स्थिरता चाहने वालों के लिए एचडीएफसी फोकस्ड फंड बेहतर माना जाता है, जबकि डायवर्सिफाइड और ग्रोथ-फोकस्ड निवेश चाहने वालों के लिए एसबीआई फोकस्ड फंड उपयुक्त विकल्प है.

By KumarVishwat Sen | November 28, 2025 6:39 PM

HDFC Focused Fund vs SBI Focused Fund: भारतीय शेयर बाजार में हाई-कन्विक्शन स्ट्रैटेजी अपनाने के लिए फोकस्ड फंड एक लोकप्रिय विकल्प हैं. ये डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड की सब-कैटेगरी हैं, लेकिन इसमें अधिकतम 30 स्टॉक्स ही शामिल किए जा सकते हैं. कैपिटल मार्केट रेगुलेटर के नियमों के अनुसार, फोकस्ड फंड अपने कुल एसेट्स का कम से कम 65% इक्विटी में निवेश करते हैं. कम स्टॉक्स होने से यह स्ट्रैटेजी हाई-कन्विक्शन और बाय-एंड-होल्ड मेथड पर आधारित होती है, लेकिन रिस्क भी उतना ही अधिक होता है. इस समय विश्लेषकों के बीच एचडीएफसी फोकस्ड फंड और एसबीआई फोकस्ड फंड काफी चर्चा में हैं. आइए, जानते हैं कि आपके लिए इन दोनों फोकस्ड फंडों में से कौन बेहतर होगा?

रिस्क और रिटर्न का संतुलन

फोकस्ड फंड्स में मुख्य लाभ यह होता है कि अगर चुने गए स्टॉक्स अच्छा प्रदर्शन करें, तो रिटर्न मार्केट के औसत रिटर्न से कहीं ज्यादा हो सकता है. लेकिन यदि स्टॉक उम्मीद के अनुसार न चलें, तो पूरा पोर्टफोलियो प्रभावित होता है. कम स्टॉक्स और ज्यादा वोलाटिलिटी के कारण फोकस्ड फंड रिस्क-रिटर्न स्पेक्ट्रम के ऊपरी स्तर पर आते हैं. इसलिए इन्हें उन्हीं इन्वेस्टर्स को चुनना चाहिए, जिनका रिस्क अपेटाइट हाई है और जिनका निवेश समय 5 साल से अधिक का है.

एचडीएफसी फोकस्ड फंड बनाम एसबीआई फोकस्ड फंड

एचडीएफसी फोकस्ड फंड का इतिहास

  • एचडीएफसी फोकस्ड 30 फंड को जून 2025 में एचडीएफसी फोकस्ड फंड के नाम से रीब्रांड किया गया है.
  • लॉन्च वर्ष: 2004
  • पुराना नाम: एचडीएफसी कोर एंड सैटेलाइट फंड
  • एयूएम (जून 2025): लगभग 209 अरब रुपये

शुरुआत से यह फंड अपनी क्वालिटी-ओरिएंटेड और लार्ज-कैप बायस्ड स्ट्रैटेजी के लिए जाना जाता है.

एसबीआई फोकस्ड फंड का सफर

  • लॉन्चिंग: अक्टूबर 2004
  • पुराना नाम: एसबीआई इमर्जिंग बिजनेस फंड (मिड एंड स्मॉल फंड), बाद में इसे कैटेगराइजेशन रैशनलाइजेशन के तहत फोकस्ड फंड बना दिया गया.
  • एयूएम (जून 2025): लगभग 386 अरब रुपये

जून 2025 से इसे एसबीआई फोकस्ड फंड के नाम से जाना जाता है.

एचडीएफसी फोकस्ड फंड की रणनीति

  • एचडीएफसी फोकस्ड फंड मुख्य रूप से लार्ज-कैप स्टॉक्स पर फोकस करता है.
  • यह बॉटम-अप अप्रोच के आधार पर हाई-क्वालिटी और वैल्यूएशन-अनुकूल कंपनियों को चुनता है.
  • फंडामेंटल स्ट्रेंथ, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, ईएसजी और मैनेजमेंट ट्रैक रिकॉर्ड भी अहम पैरामीटर रहते हैं.
  • पोर्टफोलियो में लगभग 28 स्टॉक्स हैं और टॉप 10 स्टॉक्स का वजन 52% है.
  • सेक्टर एक्सपोजर: बैंकिंग, ऑटो, हेल्थकेयर
  • पोर्टफोलियो का लगभग 65% हिस्सा लार्ज-कैप में और 19% मिड व स्मॉल-कैप में है.
  • टर्नओवर रेश्यो 23–38% के बीच, यानी बाय-एंड-होल्ड अप्रोच.

एसबीआई फोकस्ड फंड की रणनीति

  • बॉटम-अप दृष्टिकोण और हाई-कन्विक्शन पोर्टफोलियो
  • 30 स्टॉक्स की लिमिट के भीतर मल्टी-कैप एक्सपोजर: लार्ज, मिड, स्मॉल कैप में बैलेंस्ड निवेश
  • अपने एसेट्स का 35% तक विदेशों में निवेश कर सकता है और 50% तक डेरिवेटिव्स का उपयोग कर सकता है.
  • जून 2025 तक इसके पोर्टफोलियो में 24 स्टॉक्स शामिल हैं, जिनमें अल्फाबेट, बजाज फिनसर्व जैसे नाम शामिल हैं.
  • वर्तमान में 47% लार्जकैप, 23% मिडकैप और 7% स्मॉलकैप एक्सपोजर है.
  • टॉप सेक्टर्स: बैंकिंग, ऑटो, एफएमसीजी

एचडीएफसी फोकस्ड फंड का परफॉर्मेंस

  • तीन वर्षीय सीएजीआर: 26.3%
  • पंचवर्षीय सीएजीआर: 27.7%
  • कैटेगरी एवरेज और निफ्टी 500 टीआरआई दोनों से बेहतर प्रदर्शन
  • स्टैंडर्ड डेविएशन: 10.62 (कम वोलाटिलिटी)
  • रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न (शार्प अनुपात और सॉर्टिनो अनुपात) सबसे बेहतर

अगर 5 साल पहले 10,000 रुपये लगाए होते, तो अगस्त 2025 तक 36,362 रुपये हो जाते.

एसबीआई फोकस्ड फंड परफॉर्मेंस

  • तीन वर्षीय सीएजीआर: 14%
  • पंचवर्षीय सीएजीआर: 20%
  • फंड ने परफॉर्मेंस दिया है, लेकिन कैटेगरी एवरेज से थोड़ा कम
  • स्टैंडर्ड डेविएशन: 10.04

10,000 रुपये निवेश का वैल्यू अगस्त 2025 में 25,705 रुपये हुआ.

फंड मैनेजमेंट और एक्सपेंस रेश्यो

  • एचडीएफसी फोकस्ड फंड: इसके फंड मैनेजर रोशी जैन हैं, जिनके पास करीब 20 सालों से अधिक का अनुभव है. उन्होंने आईआईएम-ए से पढ़ाई पूरी करने के बाद सीएफए और सीए की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. इसका डायरेक्ट प्लान एक्सपेंस रेशियो 0.60% है.
  • एसबीआई फोकस्ड फंड: इसके फंड मैनेजर आर श्रीनिवास हैं, जिनके पास करीब 31 साल से अधिक का अनुभव है. ये एसबीआई म्यूचुअल फंड में इक्विटी सीआईओ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. इसका डायरेक्ट प्लान एक्सपेंस रेशियो 0.75% है.

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कौन सा फंड आपके लिए बेहतर?

अगर आप कंसर्वेटिव-टू-एग्रेसिव इन्वेस्टर हैं और लगातार, क्वालिटी-ओरिएंटेड, कम वोलाटाइल हाई रिटर्न चाहते हैं, तो एचडीएफसी फोकस्ड फंड आपके लिए बेहतर विकल्प माना जा सकता है. वहीं, अगर आप ग्लोबल एक्सपोजर, हाई-ग्रॉथ बेट्स, और थोड़ा ज्यादा डायवर्सिफाइड मल्टी-कैप स्ट्रक्चर चाहते हैं, तो एसबीआई फोकस्ड फंड आपके लिए सही हो सकता है. अंत में, फंड चुनाव हमेशा आपके रिस्क प्रोफाइल, निवेश समय, फाइनेंशियल गोल्स और मार्केट फेज पर निर्भर करता है. फोकस्ड फंड्स हाई-रिस्क होते हैं, इसलिए सोची-समझी रणनीति के साथ निवेश करना ही समझदारी है.

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