डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ रुपया तो क्या करेगा आरबीआई? जानिए, कैसे संभलेगी घरेलू मुद्रा

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 36 पैसे टूटकर 78 रुपये 29 पैसे के स्तर पर आ गया. इस बीच, वायदा कारोबार में ब्रेंट क्रूड भी 1.46 फीसदी गिर गया. इसके साथ ही, सोमवार को वैश्विक बाजार में कमजोरी की वजह से सेंसेक्स में भी करीब 1400 अंकों की गिरावट दर्ज की गई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2022 2:44 PM

नई दिल्ली : सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले करीब 36 पैसे टूट गया. शुरुआती कारोबार में अपने सबसे निचले स्तर 78 रुपये 29 पैसे पर आ गया. हालांकि, शुक्रवार को भी इसमें गिरावट दर्ज की गई थी और 19 पैसे की टूटकर यह 77 रुपये 93 पैसे के स्तर पर बंद हुआ था. हालांकि, 2013 में भी रुपये में भारी गिरावट आई थी. इस बीच सवाल यह पैदा होता है कि रुपये में जब गिरावट दर्ज होती है, तो फिर भारतीय रिजर्व बैंक क्या करता है? आइए, जानते हैं…

कितना गिरा रुपया

विदेश में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और जोखिम से बचने के ट्रेंड से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 36 पैसे टूटकर अपने सबसे निचले स्तर 78.29 पर आ गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों की मानें तो कमजोर एशियाई मुद्राएं, घरेलू शेयर बाजार में गिरावट और विदेशी पूंजी की लगातार निकासी से भी निवेशकों की भावनाएं प्रभावित हुईं. सोमवार की सुबह अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 78.20 पर खुला और फिर अपनी जमीन खोते हुए 78.29 तक गिर गया. रुपये का यह स्तर शुक्रवार के बंद भाव के मुकाबले 36 पैसे की गिरावट है. इससे पहले, शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 19 पैसे टूटकर 77.93 पर बंद हुआ था.

क्या करता है आरबीआई

बाजार से जुड़े कुछ विशेषज्ञों की मानें तो आरबीआई बीच-बीच में रुपये को डॉलर के मुकाबले मजबूत करने की कोशिश करता रहता है. केंद्रीय बैंक आमतौर पर करेंसी मार्केट में उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए स्पॉट मार्केट (हाजिर बाजार) में हस्तक्षेप करता है. विशेषज्ञों का कहना है कि जब डॉलर के मुकाबले रुपये में आ रही गिरावट को रोका नहीं जा सकता. उनका कहना है कि 2013 में रुपये में भारी गिरावट आई थी, तब आरबीआई ने बड़ी तेजी के साथ हाजिर बाजार में हस्तक्षेप किया था.

क्यों कमजोर हुआ रुपया

ब्रेंट क्रूड में गिरावट, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक बाजारों की गिरावट की वजह से सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर हो गया. वायदा कारोबार में ब्रेंट क्रूड 1.46 फीसदी गिरकर 120.23 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था. इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.30 प्रतिशत बढ़कर 104.45 पर पहुंच गया.

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विदेशी निवेशकों की बिकवाली से टूटा सेंसेक्स

शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 3,973.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. इसके साथ ही, वैश्विक बाजारों में गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 1,394 अंक से अधिक टूट गया, जबकि निफ्टी गिरकर 15,800 के करीब आ गया. इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक जैसे बड़े शेयरों में कमजोरी का असर भी घरेलू शेयर बाजारों पर असर पड़ा. बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 1,394.17 अंक गिरकर 52,909.27 पर आ गया, जबकि निफ्टी 399.55 अंक गिरकर 15,802.25 पर था. सेंसेक्स से सभी 30 शेयर लाल निशान में थे.

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