भारत में सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी बन गई सीरम इंस्टीट्यूट, जानिए वैक्सीन बनाने का ठेका मिलने के बाद कितनी हुई कमाई

वित्त वर्ष 2019-20 में 5000 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व की आमदनी करने वाली भारत की 418 कंपनियों में सीरम इंस्टीट्यूट ने सबसे अधिक मुनाफा कमाया है. इसी कंपनी की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का देश में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल किया जा रहा है और निर्यात भी.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 13, 2021 12:42 PM

नई दिल्ली : अगर आपसे यह पूछा जाए कि भारत में सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी कौन है? तब आपके जेहन में सबसे पहले रिलायंस ग्रुप, टाटा ग्रुप, अडाणी ग्रुप आदि का ही नाम आएगा कि इन्हीं में से कोई एक सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी होगी, लेकिन हम-आप और सब गलत सोच रहे हैं. इस कोरोना काल में केंद्र सरकार ने संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ने के जिस कंपनी को वैक्सीन बनाने का ठेका दिया हुआ है, वह सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भारत की सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी बन गई है.

कॉरपोरेट डाटाबेस कैपिटलाइन के आंकड़ों के आधार पर लाइव मिंट में प्रकाशित खबर की मानें, तो वित्त वर्ष 2019-20 में 5000 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व की आमदनी करने वाली भारत की 418 कंपनियों में सीरम इंस्टीट्यूट ने सबसे अधिक मुनाफा कमाया है. इसी कंपनी की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का देश में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल किया जा रहा है और निर्यात भी.

वैक्सीन की कमी के चलते राज्यों को बंद करना पड़ रहा टीकाकरण अभियान

फिलहाल, सीरम इंस्टीट्यूट की कोरोना वैक्सीन की मांग देश में इतनी अधिक है कि कंपनी घरेलू डिमांड को पूरा करने तक टीके उत्पादन भी नहीं कर पा रही है, जिसकी वजह से कई राज्यों में बीते 1 मई से 18-44 साल आयुवर्ग के लोगों के लिए शुरू किया गया टीकाकरण अभियान की अभी तक शुरुआत भी नहीं की जा सकी है. कई राज्यों के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव सीरम इंस्टीट्यूट के अधिकारी और उसके कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदान पूनावाला को फोन करके कोविशील्ड की मांग कर रहे हैं.

देश छोड़कर लंदन चले गए पूनावाला

राज्यों की ओर से टीके की मांग न पूरा करने की स्थिति में कंपनी के सीईओ पूनावाला पिछले कई दिनों से देश से बाहर लंदन में रह रहे हैं और वहां जाने के बाद उन्होंने एक साक्षात्कार में बयान जारी किया कि भारत में कोरोना टीके की आपूर्ति करना अकेले उनके वश की बात नहीं है. भारत के कुछ प्रभावशाली लोग उन्हें फोन पर धमकी दे रहे हैं. इसलिए, वे देश छोड़कर लंदन चले आए हैं.

घरेलू मांग को दरकिनार कर विदेश में कारोबार

उनके इस बयान के दो-तीन दिन बाद मीडिया में यह खबरें भी सामने आईं कि वे लंदन जाकर अपनी कंपनी की वैक्सीन कोविशील्ड को ब्रिटेन में बेचने के लिए वहां की सरकार से साझेदारी की है. इस बात का ऐलान ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार ने भी किया. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बकायदा इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कर सीरम इंस्टीट्यूट के कारोबार को दोनों देशों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौते के तहत लाने की सिफारिश भी की.

सीरम इंस्टीट्यूट ने कमाया 2251 करोड़ का शुद्ध मुनाफा

लाइव मिंट में दी गई रिपोर्ट के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ने 5446 करोड़ की शुद्ध बिक्री पर करीब 2251 करोड़ का या 41.3 फीसदी शुद्ध लाभ कमाया है. भारत में सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनियों की सूची में वित्तीय कारोबार से जुड़े सिटीबैंक, मुथूट फाइनेंस और हिंदुस्तान जिंक एंड न्यूक्यिलर पावर कॉर्पोरेशन आदि शामिल हैं, जबकि 5000 करोड़ रुपये अधिक की बिक्री कर मुनाफा कमाने वाली कंपनियों में सबसे अधिक 18 कंपनियां फार्मा सेक्टर की हैं. इन कंपनियों में सीरम इंस्टीट्यूट के बाद दूसरे नंबर पर मैकलेओड्स फार्मास्टूटिकल्स है, जिसका शुद्ध लाभ 28 फीसदी है.

बन गई दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी

दिलचस्प बात यह भी है कि भारत में सबसे अधिक कोरोना वैक्सीन की मांग वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी बन गई है. आपको बता दें कि अप्रैल, 2020 के पहले यह कंपनी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की भारतीय पार्टनर के तौर पर दवाओं का निर्माण करती थी, लेकिन जब से भारत सरकार ने इसे कोरोना टीका के निर्माण के अधिक अधिकृत किया है, उसके बाद से वैक्सीन निर्माण में इसने अपनी मूल कंपनी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका को भी पीछे छोड़ दिया है.

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Posted by : Vishwat Sen

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