SBI Mutual Funds: एसबीआई के टॉप 5 एसआईपी प्लान्स, जो 10,000 रुपये को बना देते हैं 35 लाख
Mutual Funds: एसबीआई म्यूचुअल फंड्स के टॉप 5 एसआईपी प्लान्स निवेशकों को 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी से 32 से 35.5 लाख रुपये तक का रिटर्न दे रहे हैं. इन फंड्स ने पिछले 10 सालों में 19% से 20.59% तक का प्रभावशाली एसआईपी सीएजीआर रिटर्न दिया है. इसमें टेक्नोलॉजी, कॉन्ट्रा, स्मॉल कैप, पीएसयू और हेल्थकेयर जैसे हाई-ग्रोथ सेक्टर शामिल हैं. लंबे समय के निवेश, अनुशासन और कंपाउंडिंग के जरिए ये योजनाएं वेल्थ क्रिएशन का बेहतरीन अवसर प्रदान करती हैं.
SBI Mutual Funds: एसबीआई म्यूचुअल फंड भारत के सबसे बड़े और सबसे लोकप्रिय फंड हाउसों में एक है. करीब 125 से अधिक स्कीमों के साथ यह फंड हाउस हर तरह के निवेशकों को इक्विटी, डेट और हाइब्रिड कैटेगरी में मजबूत विकल्प प्रदान करता है. खासकर, एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान लंबे समय के निवेश और कॉस्ट एवरेजिंग के लिए सबसे पसंदीदा तरीका बन चुका है. पिछले 10 सालों में एसबीआई म्यूचुअल फंड की कई स्कीमें निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दे चुकी हैं. एसबीआई म्यूचुअल फंड के टॉप 5 डायरेक्ट प्लान एसआईपी फंड चुने हैं, जिन्होंने 10 सालों में 19% से 20.59% तक का शानदार एसआईपी सीएजीआर रिटर्न दिया है. हर महीने 10,000 रुपये निवेश करने पर ये योजनाएं पोर्टफोलियो को 32 लाख से 35.5 लाख रुपये तक तक ले गईं. आइए, एसबीआई म्यूचुअल प्लान के टॉप 5 एसआईपी प्लान्स के बारे में जानते हैं.
एसआईपी क्यों है निवेश का स्मार्ट तरीका?
एसआईपी एक अनुशासित निवेश मॉडल है, जो आपको मार्केट टाइमिंग के झंझट से दूर रखता है. हर महीने एक निश्चित रकम निवेश करने से मार्केट उतार-चढ़ाव में रुपी-कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ मिलता है. पोर्टफोलियो समय के साथ मजबूत और संतुलित होता है. लंबे समय में निवेश में कंसिस्टेंसी और डिसिप्लिन आता है. कंपाउंडिंग के प्रभाव से छोटी रकम भी बड़ी वेल्थ बना देती है. इसीलिए एसआईपी को आज के दौर में व्यक्तिगत वित्त की सबसे बेहतर रणनीति कहा जाता है.
एसबीआई टेक्नोलॉजी ऑपर्चुनिटीज फंड
टेक्नोलॉजी सेक्टर पिछले दशक में भारतीय बाजार का सबसे तेजी से बढ़ता थीम रहा है. इस फंड ने पिछले 10 वर्षों में एसआईपी पर 20.59% सीएजीआर दिया है. इस आधार पर, अगर किसी ने 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी की होती, तो उसकी वैल्यू आज 35.5 लाख रुपये होती.
- लंपसम रिटर्न: 17.80% सीएजीआर,
- 1 लाख रुपये पर 5.1 लाख रुपये
- किसके लिए?: यह फंड टेक सेक्टर में भरोसा रखने वाले और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए बेहतरीन विकल्प है.
एसबीआई कॉन्ट्रा फंड
यह एक कॉन्ट्रेरियन निवेश रणनीति अपनाने वाला फंड है. इसमें ऐसे स्टॉक चुने जाते हैं, जिन्हें मार्केट वर्तमान में कम आंक रहा होता है, लेकिन भविष्य में उनमें तेज वृद्धि की संभावना होती है.
- एसआईपी रिटर्न: 10 सालों में 20.48% सीएजीआर
- 10,000 रुपये की एसआईपी पर 35 लाख रुपये
- लंपसम रिटर्न: 16.91% सीएजीआर
- 1 लाख रुपये पर 4.8 लाख रुपये
- किसके लिए?: जो निवेशक वैल्यू स्टॉक्स में ग्रोथ के अवसर ढूंढते हैं, यह फंड उनके लिए उत्तम है.
एसबीआई स्मॉल कैप फंड
स्मॉल कैप कंपनियां जोखिम भरी होती हैं, लेकिन सही स्टॉक चुनने पर बड़े रिटर्न देती हैं. यही कारण है कि यह फंड पिछले वर्षों में लगातार बेहतर प्रदर्शन करता रहा है.
- एसआईपी रिटर्न: 10 सालों में 19.93% सीएजीआर
- 10,000 रुपये की एसआईपी पर 35 लाख रुपये
- लंपसम रिटर्न: 19.38% सीएजीआर
- 1 लाख रुपये पर 5.88 लाख रुपये
- किसके लिए?: लंबी अवधि के निवेशक जो उच्च जोखिम सहन कर सकते हैं, उनके लिए यह फंड आदर्श है.
एसबीआई पीएसयू फंड
यह फंड भारत की सरकारी कंपनियों (पीएसयू) में निवेश करता है. इन कंपनियों को सरकार का निरंतर समर्थन मिलता है और कई पीएसयू सेक्टर जैसे ऊर्जा, रक्षा, बैंकिंग और मेटल्स ने पिछले दशक में दमदार प्रदर्शन किया है.
- एसआईपी रिटर्न: 10 सालों में 19.63% सीएजीआर
- 10,000 रुपये की एसआईपी पर 34 लाख रुपये
- लंपसम रिटर्न: 14.74% सीएजीआर
- 1 लाख रुपये पर 3.96 लाख रुपये
- किसके लिए?: जो निवेशक स्टेबल और सरकार समर्थित सेक्टरों में निवेश करना चाहते हैं, यह फंड उनके लिए अच्छा विकल्प है.
एसबीआई हेल्थकेयर ऑपर्चुनिटीज फंड
हेल्थकेयर और फार्मा सेक्टर हमेशा से डिफेंसिव और भविष्य-केंद्रित सेक्टर माने जाते हैं. कोरोना के बाद इस सेक्टर का महत्व और बढ़ गया है.
- एसआईपी रिटर्न: 10 वर्षों में 19.14% सीएजीआर
- 10,000 रुपये की एसआईपी पर 32.64 लाख रुपये
- लंपसम रिटर्न: 12.25% सीएजीआर
- 1 लाख रुपये पर 3.18 लाख रुपये
- किसके लिए?: जो निवेशक हेल्थकेयर सेक्टर की ग्रोथ कहानी पर दांव लगाना चाहते हैं, यह फंड उनके लिए उत्तम है.
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निवेशकों के लिए जरूरी सावधानियां
- म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं.
- इसलिए पिछले रिटर्न भविष्य का वादा नहीं होते.
- निवेशकों को केवल रिटर्न देखकर एसआईपी शुरू नहीं करनी चाहिए.
- रिस्क प्रोफाइल, निवेश लक्ष्य और समयावधि के आधार पर योजना चुनें.
- लंबी अवधि में एसआईपी ही वेल्थ क्रिएशन का भरोसेमंद तरीका है.
- जरूरत पड़ने पर सेबी रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद लें.
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