RBI News: रिजर्व बैंक के ‘पेमेंट विजन 2025’ का लक्ष्य डिजिटल पेमेंट में तीन गुना बढ़ोतरी करना

आरबीआई ने अपना 'पेमेंट विजन-2025' दस्तावेज जारी किया है, जिसका लक्ष्य डिजिटल भुगतान में तीन गुना वृद्धि करना है. उद्योग विशेषज्ञों ने यह राय जतायी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2022 5:54 PM

RBI Payments Vision 2025: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ‘पेमेंट विजन-2025’ का मकसद भारत को डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में वैश्विक ताकत बनाना है. उद्योग विशेषज्ञों ने यह राय जतायी है. आरबीआई ने अपना ‘पेमेंट विजन-2025’ दस्तावेज जारी किया है, जिसका लक्ष्य डिजिटल भुगतान में तीन गुना वृद्धि करना है. उद्योग विशेषज्ञों ने यह राय जतायी है. आरबीआई ने शुक्रवार को अपना ‘भुगतान दृष्टि’ दस्तावेज जारी किया था, जिसका लक्ष्य डिजिटल भुगतान में तीन गुना वृद्धि करना है.

ई-पेमेंट सबके लिए, हर जगह, हर वक्त

इसमें कहा गया कि केंद्रीय बैंक डेबिट कार्ड के इस्तेमाल को बढ़ावा देगा तथा नकदी के चलन को कम करने पर जोर देगा. इस दस्तावेज में उभरते भू-राजनीतिक जोखिमों को देखते हुए घरेलू भुगतान प्रणालियों की सुरक्षा के बारे में भी बात की गई है, जिसमें भुगतान लेनदेन के घरेलू प्रसंस्करण को अनिवार्य करने की जरूरत शामिल है. ‘पेमेंट विजन-2025’ दस्तावेज का मुख्य विषय – ई-भुगतान सभी के लिए, सभी जगह, हर वक्त है.

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सुरक्षित, तेज, सुलभ और किफायती ई-पेमेंट ऑप्शन

इसका समग्र उद्देश्य प्रत्येक उपयोगकर्ता को सुरक्षित, तेज, सुविधाजनक, सुलभ और किफायती ई-भुगतान विकल्प देना है. दस्तावेज पर टिप्पणी करते हुए ‘किया डॉट एआई’ के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश मिरजानकर ने कहा कि ‘पेमेंट विजन-2025’ दूरदर्शी है और भारत को विश्व स्तर पर भुगतान केंद्र के रूप में स्थापित करने के मकसद से लाया गया है.

डिजिटल भुगतान की मात्रा और लोकप्रियता में अभूतपूर्व वृद्धि

स्पाइस मनी के संस्थापक दिलीप मोदी ने कहा कि जब दुनिया महामारी का सामना कर रही थी, तब भारत अपने भुगतान दृष्टिकोण को साकार करने पर काम कर रहा था. इस दौरान डिजिटल भुगतान की मात्रा और लोकप्रियता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई. ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह तेजी से बढ़ा. उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि आरबीआई ने ऐसे उपाय किये हैं, जिससे ग्रामीण लोगों के लिए सुरक्षा बढ़ेगी, जहां डिजिटल और वित्तीय साक्षरता को लेकर अभी भी चुनौतियां बनी हुई हैं. (इनपुट-भाषा)

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