PPF Account: हर दिन जमा करें 250 रुपये, एकमुश्त मिलेगा 62 लाख, यहां समझें पूरा गणित

PPF Account: पीपीएफ अकाउंट में 5 सौ रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक हर साल निवेश किया जा सकता है. इस रकम पर आपको 7 से 8 फीसदी तक ब्याज मिलता है. यानी अगर आप हर दिन साढ़े 12 हजार रुपये इसमें निवेश करते हैं तो 15 साल बाद आपको करीब 42 लाख रुपये मिलेंगे.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 21, 2022 9:29 AM

PPF Update: अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपके पास आज कई विकल्प मौजूद हैं. उन्हीं में से एक है पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड. यहां निवेश करने पर रिस्क का कोई खतरा नहीं रहता. और इसे निवेश के लिए एक बेहतरीन प्लेटफार्म माना जाता है. पीपीएफ में निवेश के में जोखिम नहीं रहता है.

सबसे खास बात की पीपीएफ में निवेश कर आप अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं. जमा राशि से कई गुना ज्यादा राशि मिलती है. पीपीएफ (PPF) में अगर आप रोजाना ढाई सौ रुपये (250 रुपये) जमा करते हैं तो मैच्योरिटी पर 62 लाख रुपये की मोटी रकम आपको मिलती है.
सबसे पहले यह जान लें कि पीपीएफ में निवेश की अवधि कम से कम 15 साल होती है. निवेशक इससे ज्यादा समय तक के लिए भी निवेश कर सकते हैं. उस अवधि में इसे और 5 साल तक के लिए बढ़ाया जा सकता है. योजना के पूरी होने पर आपके हाथ एक मोदी रकम आएगी. आप अपना पैसा 15 साल बाद निकाल सकते हैं.

क्या है पीपीएफ का गणित: पीपीएफ अकाउंट में 5 सौ रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक हर साल निवेश किया जा सकता है. इस रकम पर आपको 7 से 8 फीसदी तक ब्याज मिलता है. यानी अगर आप हर दिन साढ़े 12 हजार रुपये इसमें निवेश करते हैं तो 15 साल बाद आपको करीब 42 लाख रुपये मिलेंगे. इसमें यह सुविधा होती है कि योजना पूरी होने पर यानी 15 साल बाद अपना पैसा निकाल सकते हैं.

अब अगर आप पीपीएफ अकाउंट में रोजाना ढाई सौ रुपये (250 रुपये) डालते हैं तो आपको इसके बदले बहुत बड़ी राशि मिलेगी. इसका कैलकुलेशन ऐसे समझा जा सकता है. हर दिन 250 रुपये के हिसाब से महीना 7500 रुपये होगा यानी साल का आप 90 हजार रुपये पीपीएफ अकाउंट में जमा कर रहे हैं. अब अगर आप 25 सालों तक इसमें हर साल 90 हजार रुपये डालेंगे तो आपकी कुल जमा राशि होगी 22 लाख 50 हजार रुपये होगी. इस रकम पर पीपीएफ जमा अवधि में करीब 40 लाख रुपये का ब्याज मिलेगा यानी योजना पूरी होने पर आपको करीब 62 लाख से ज्यादा की राशि मिलेगी.

Posted by: Pritish Sahay

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