IMF: ग्लोबल ग्रोथ में भारत का सबसे बड़ा योगदान, आईएमएफ की रिपोर्ट में बना स्टार परफॉर्मर

IMF: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में ‘मिशन ऑफ इंडिया’ से जुड़ी नाडा चौएरी ने कहा कि डिजिटलीकरण और बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्रों में आर्थिक सुधारों के दम पर मजबूत वृद्धि दर से आगे बढ़ते हुए भारत एक मिसाल पेश कर रहा है.

By Madhuresh Narayan | December 19, 2023 2:15 PM

IMF: भारत के विकास दर और घरेलू मांग में बढ़ोत्तरी के कारण पूरी दुनिया देश की तरफ देख रही है. इसके कारण अब इसे ग्लोबल इकोनॉमी के ट्रिगर के रुप में देखा जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में ‘मिशन ऑफ इंडिया’ से जुड़ी नाडा चौएरी ने कहा कि डिजिटलीकरण और बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्रों में आर्थिक सुधारों के दम पर मजबूत वृद्धि दर से आगे बढ़ते हुए भारत एक मिसाल पेश कर रहा है. और वैश्विक वृद्धि में उसका योगदान 16 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान है. पिछले कुछ समय से हम देख रहे हैं कि भारत बहुत मजबूत दर से वृद्धि कर रहा है. आप समकक्ष देशों को देखें और वास्तविक वृद्धि की बात करें, तो यह एक मिसाल पेश कर रहा है. यह सबसे तेजी से बढ़ते बड़े उभरते बाजारों में से एक है. हमारे मौजूदा अनुमानों के अनुसार, इस वर्ष वैश्विक वृद्धि में इसका योगदान 16 प्रतिशत से अधिक रहेगा. आईएमएफ ने सोमवार को भारत के साथ अपना वार्षिक अनुच्छेद-IV परामर्श जारी किया. इसके अनुसार, दक्षिण एशियाई देश विवेकपूर्ण व्यापक आर्थिक नीतियों के आधार पर इस साल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है.

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भारत में मजबूती से बढ़ने की क्षमता

नाडा चौएरी ने कहा कि फिर भी अर्थव्यवस्था को वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें खंडित दुनिया में वैश्विक वृद्धि में मंदी भी शामिल है. उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे में निवेश करने और वृद्धि के लिए ठोस आधार के वास्ते आवश्यक हर तरह की सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य पर सरकार की ओर से काफी जोर दिया जा रहा है. उन्होंने ने कहा कि भारत की जनसंख्या काफी अधिक है और उसमें युवा खासी संख्या में हैं, इसलिए यदि संरचनात्मक सुधारों के माध्यम से इस क्षमता का इस्तेमाल किया जाता है तो इसमें, मजबूत दर से बढ़ने की क्षमता है. भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक वृद्धि का एक महत्वपूर्ण चालक बनने के लिए वैश्विक महामारी के बाद मजबूती से उभरी है.

कोविड से सबसे मजबूती से उभरा देश

आईएमएफ की रिपोर्ट में भारत की तारीफ करते हुए कहा गया है कि देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) ग्लोबल डेवलपमेंट का एक मजबूत ट्रिगर बनने के लिए कोविड काल से सबसे मजबूती से उभरा है. 2022-23 के दौरान उछाल के बाद, भारत में मुद्रास्फीति औसतन कम बनी हुई रही. हालांकि, इसमें अस्थिरता देखने को मिली. वर्तमान में भारत में रोजगार के अवसर महामारी से पहले के स्तर को पार कर गया है. अनौपचारिक क्षेत्र का दबदबा कायम है, जबकि औपचारिकीकरण में प्रगति हुई है. नाडा चौएरी ने कहा कि किसी भी देश में निवेश और विकास के लिए राजनीतिक स्थिरता महत्वपूर्ण है. भारत की सरकार ने अपने देश में कारोबारी माहौल को बढ़ावा देने के लिए कई जरूरी कदम उठाये हैं. मगर, अभी काम केवल आधा हुआ है. हालांकि, कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं हैं जिन्हें और सरल बनाने की जरूरत है. लेकिन सिंगल नेशनल विंडो, कंपनियों के लिए वन-स्टॉप शॉप जैसे कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं. IMF ने सलाह दी कि कई राज्यों में, बहुत नौकरशाही हावी है, जिससे निपटने और इसे सुव्यवस्थित करने की जरूरत है.

क्या है आईएमएफ

आईएमएफ का पूरा नाम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) है. यह एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो आर्थिक सहयोग और सहायता प्रदान करने का कार्य करता है ताकि दुनिया भर में आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके. IMF की स्थापना 1944 में हुई थी और यह विश्व बैंक के साथ मिलकर ब्रेटन वुड्स संधि के अंतर्गत स्थापित किया गया था. IMF का मुख्य कार्य विभिन्न देशों को वित्तीय समस्याओं का सामना करने में मदद करना है. यह देशों को आर्थिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए आर्थिक नीतिओं और सुधारों का समर्थन करता है ताकि वे विश्व व्यापार में सकारात्मक भूमिका निभा सकें. IMF अपने सदस्य देशों को वित्तीय नीतियों, मुद्रा के उपयोग, और अन्य आर्थिक मुद्दों में मार्गदर्शन प्रदान करता है और उन्हें आर्थिक सुधार के लिए योजनाएं बनाने में मदद करता है. IMF का मुख्यालय वाशिंगटन डीसी, संयुक्त राज्य अमेरिका में है.

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