Green Card: सोना-सोबरन योजना से जुड़ेंगे 4 लाख ग्रीन कार्ड होल्डर, लाभुकों को जल्द होगा ये फायदा

खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से संचालित सोना-सोबरन योजना से चार लाख हरा कार्डधारियों को जोड़ने की तैयारी चल रही है. इन्हें भी योजना के तहत हर वर्ष 10 रुपये में दो बार धोती-साड़ी या लूंगी दी जायेगी.

By Prabhat Khabar | September 26, 2021 9:05 AM

खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से संचालित सोना-सोबरन योजना से चार लाख हरा कार्डधारियों को जोड़ने की तैयारी चल रही है. इन्हें भी योजना के तहत हर वर्ष 10 रुपये में दो बार धोती-साड़ी या लूंगी दी जायेगी. खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत 15 लाख लोगों को जोड़ा जा रहा है. इन्हें विभाग की ओर से हरा कार्ड आवंटित कर योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है.

विभाग की ओर से चार लाख हरा कार्डधारियों को भी सोना-सोबरन योजना से जोड़ने की तैयारी चल रही है. इन्हें योजना में शामिल करने के लिए सरकार अलग से राशि का प्रावधान करेगी. जल्द ही इन्हें योजना में शामिल लाभ दिया जायेगा. श्री उरांव ने कहा कि सरकार गरीबों के कल्याण को लेकर प्रतिबद्ध है. वस्त्र मनुष्य की बुनियादी जरूरतों में शामिल है.

इसी को ध्यान में रख कर सरकार की ओर से सोना-सोबरन योजना शुरू की गयी है. सोना-सोबरन योजना के तहत पहले से 500 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है. इसके तहत लगभग 57 लाख लाल-पीला कार्डधारियों को हर वर्ष साल में दो बार धोती-साड़ी या लूंगी देने का प्रावधान किया गया है. योजना की शुरुआत हो चुकी है. लाभुक जन वितरण प्रणाली की दुकान से इस योजना का लाभ ले सकते हैं.

  • फिलहाल 57 लाख लाल-पीला कार्डधारियों दिया जा रहा है दस रुपये में धोती-साड़ी

  • अलग से राशि का होगा प्रावधान लाभुकों को जल्द मिलेगा लाभ

  • किसानों से गेंहू खरीदने पर विचार कर रही है सरकार

विभागीय मंत्री डॉ उरांव ने कहा कि किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार गेंहू खरीदने की योजना पर भी विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड में धान की अपेक्षा गेंहू की फसल कम होती है. योजना शुरू करने से पहले सरकार की ओर से नये गोदाम खोले जायेंगे. साथ ही क्षतिग्रस्त गोदाम की मरम्मति की जायेगी. उन्होंने कहा कि इस बार सरकार ने राज्य में किसानों से शत-प्रतिशत धान का क्रय किया है. किसानों को धान क्रय की राशि का भी भुगतान कर दिया गया है.

Posted by: Pritish Sahay

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