एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया के प्लान हो सकते हैं महंगे, ग्राहकों को लग सकता है बड़ा झटका

टेलीकॉम कंपनियां एक बार फिर ग्राहकों को झटका दे सकती हैं आपको याद होगा कि दिसंबर 2019 में कंपनियों ने टैरिफ प्लान महंगे कर दिये थे. इस महंगे प्लान का सीधा असर ग्राहकों पर पड़ा था एक बार फिर कंपनियां अपने टैरिफ की कीमत में बढ़ोत्तरी कर सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 16, 2020 3:29 PM

नयी दिल्ली : टेलीकॉम कंपनियां एक बार फिर ग्राहकों को झटका दे सकती हैं आपको याद होगा कि दिसंबर 2019 में कंपनियों ने टैरिफ प्लान महंगे कर दिये थे. इस महंगे प्लान का सीधा असर ग्राहकों पर पड़ा था एक बार फिर कंपनियां अपने टैरिफ की कीमत में बढ़ोत्तरी कर सकती है.

खबर है कि लॉकडाउन का असर ना सिर्फ दूसरे क्षेत्र के व्यापार बल्कि टेलीकॉम पर भी पड़ा है. लॉकडाउन की मार झेल रही वोडाफोन, एयरटेल और आइडिया टैरिफ प्लान में बढ़ोत्तरी कर अपने नुकसान की भरपाई कर सकती है.

अब सवाल है कि टैरिफ कितने महंगे होंगे, तो सबसे पहले पिछले साल की स्थिति समझिये दिसंबर 2019 में 10 – 40 फीसद की बढ़ोत्तरी इन टैरिफ प्लान में की गयी थी. इस बार लॉकडाउन का असर है, तो इसे ध्यान में रखते हुए कंपनियां अपने टैरिफ प्लान पर योजना बना रही है. टैरिफ प्लान में बढ़ोत्तरी होगी, इसकी जानकारी सीएनबीसी की एक रिपोर्ट में दी गयी है.

इस रिपोर्ट में अगले महीने यानि सितंबर – अक्टूबर का जिक्र किया गया है. जिसमें एयरेटल और वोडाफोन अपने टैरिफ प्लान के महंगा होने का ऐलान कर सकते हैं. इनकी बढ़ोत्तरी 2 से 5 फीसद तक की हो सकती है. इतना ही नहीं रिपोर्ट बताती है कि हर छह महीने में 10 फीसद का इजाफा भी किया जा सकता है.

इस रिपोर्ट में विशेषज्ञ राजीव शर्मा ने माना है कि टैरिफ में बढ़ोत्तरी का ऐलान जल्द हो सकता है. अगले कुछ तिमाहियों में इसका ऐलान किया जा सकता है. मौजूदा हालात को देखते हुए इसका ऐलान किया जा सकता है.

टैरिफ प्लान की बढ़ोत्तरी पर जुलाई में ही विशेषज्ञ प्रशांत सिंघल ने कहा था इस वक्त ज्यादातर उपभोक्ता किफायती रिचार्ज प्लान का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसें में कंपनियां अगर टैरिफ बढ़ाने का फैसला लेती है यह समझदारी नहीं है हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना का जितना असर टेलीकॉम इंडस्ट्री पर पड़ा है उससे तो यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनियां एक साल में दो बार टैरिफ फ्लान में बढ़ोत्तरी का फैसला कर सकती है.

इस पूरे मामले पर अबतक किसी भी टेलीकॉम कंपनी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. टेलीकॉम कंपनियों पर हो रहे नुकसान को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि घाटे से उभरने के लिए कंपनियां अपने टैरिफ प्लान में बढ़ोत्तरी का फैसला ले सकती है.

Posted By – Pankaj Kumar Pathak

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