Share Listing: कोरोना रेमेडीज की शेयर बाजार में धमाकेदार एंट्री, निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा
Share Listing: दवा कंपनी कोरोना रेमेडीज ने शेयर बाजार में धमाकेदार शुरुआत की है. कंपनी का शेयर इश्यू प्राइस 1,062 रुपये के मुकाबले करीब 38% की तेजी के साथ एनएसई और बीएसई पर लिस्ट हुआ. मजबूत लिस्टिंग के बाद कंपनी का मार्केट कैप लगभग 8,997 करोड़ रुपये पहुंच गया. 655.37 करोड़ रुपये के आईपीओ को निवेशकों से 137 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला था, जिससे बाजार में निवेशकों का भरोसा साफ नजर आया.
Share Listing: दवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कोरोना रेमेडीज ने शेयर बाजार में शानदार शुरुआत करते हुए निवेशकों को पहले ही दिन बड़ा मुनाफा दिया. कंपनी का शेयर सोमवार को अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले करीब 38% से अधिक की बढ़त के साथ सूचीबद्ध हुआ, जिससे आईपीओ निवेशकों में उत्साह देखने को मिला.
8,996.65 करोड़ पर पहुंचा मार्केट कैप
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कोरोना रेमेडीज का शेयर 1,452 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ, जो इसके 1,062 रुपये के इश्यू प्राइस से 36.72% अधिक है. कारोबार के दौरान शेयर में और तेजी आई और यह 41.14% की उछाल के साथ 1,499 रुपये के स्तर तक पहुंच गया. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर कंपनी के शेयर ने 38.41% की मजबूती के साथ 1,470 रुपये पर एंट्री की. मजबूत लिस्टिंग के चलते कोरोना रेमेडीज का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 8,996.65 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
आईपीओ को मिली जबरदस्त प्रक्रिया
कोरोना रेमेडीज के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी. आईपीओ को शेयर बिक्री के अंतिम दिन कुल 137.04 गुना अभिदान प्राप्त हुआ, जो निवेशकों के मजबूत भरोसे को दर्शाता है. कंपनी का यह आईपीओ कुल 655.37 करोड़ रुपये का था, जिसके लिए 1,008 से 1,062 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया था. आईपीओ के तहत ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए शेयर बेचे गए थे, जिससे मौजूदा शेयरधारकों ने अपनी हिस्सेदारी का आंशिक विनिवेश किया.
एंकर निवेशकों से जुटाए 195 करोड़
आईपीओ से पहले कोरोना रेमेडीज ने एंकर निवेशकों से 195 करोड़ रुपये जुटाए थे. इसमें कई प्रतिष्ठित घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भागीदारी रही, जिससे बाजार में कंपनी को लेकर सकारात्मक माहौल बना.
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क्या कहते हैं बाजार विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का मानना है कि दवा उद्योग में कोरोना रेमेडीज की मजबूत मौजूदगी, स्थिर राजस्व मॉडल और भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है. साथ ही, हेल्थकेयर सेक्टर में दीर्घकालिक ग्रोथ की संभावनाओं के चलते कंपनी को अच्छा रिस्पॉन्स मिला. कुल मिलाकर, कोरोना रेमेडीज की दमदार लिस्टिंग ने यह साफ कर दिया है कि मजबूत फंडामेंटल और भरोसेमंद बिजनेस मॉडल वाली कंपनियों के आईपीओ को बाजार में बेहतर समर्थन मिल रहा है.
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