कहां, कैसे कितना निवेश करें, जानें कैसे कर सकते हैं सफल निवेश

एसेट एलोकेशन (परिसंपत्ति आवंटन) एक निवेश रणनीति है जिसमें व्यक्ति निवेश के जोखिम को कम करने के लिए अपने निवेश पोर्टफोलियो को विभिन्न एसेट क्लास के बीच बांटते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 26, 2021 8:07 AM

कहीं भी निवेश करना समझदारी नहीं है. आप निवेश करने से पहले रिसर्च, रणनीति और पूरी समझदारी के साथ निवेश का फैसला ले सकते हैं. आपकी संपत्ति का निवेश कहां सुरक्षित हो सकता है, इसे कैसे समझना चाहिए. इस संबंध में विस्तार से बात कर रहे हैं चिंतन हरिया, हेड- प्रोडक्ट डेवलपमेंट एंड स्ट्रेटेजी, आइसीआइसीआइ प्रूडेंशियल एएमसी.

एसेट एलोकेशन (परिसंपत्ति आवंटन) एक निवेश रणनीति है जिसमें व्यक्ति निवेश के जोखिम को कम करने के लिए अपने निवेश पोर्टफोलियो को विभिन्न एसेट क्लास के बीच बांटते हैं. इस तरह आप तय कर सकते हैं कि आपकी संपत्ति का कितना हिस्सा इक्विटी, डेट, सोना आदि में होना चाहिए. लंबी अवधि में, सफल धन सृजन का प्रमुख निर्धारक उचित एसेट एलोकेशन है.

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एसेट एलोकेशन कई परस्पर जुड़े कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि आयु, आय, धन, जोखिम उठाने की क्षमता, व्यक्तिगत लक्ष्य, तरलता की वरीयता और निवेश का दायरा. चूंकि इनमें से प्रत्येक कारक हर व्यक्ति के लिए अलग होता है, इसलिए सभी एसेट एलोकेशन योजना के लिए कोई एक के लिए फिट नहीं होता है.

एसेट क्लास में आवंटन क्यों

प्रत्येक एसेट क्लास का एक अलग तरह का जोखिम और रिटर्न प्रोफाइल होता है. इक्विटी, पूंजी बनाने की भूमिका निभाता है, लेकिन इस प्रकिया में वह कई चरणों से गुजरता है. दूसरी ओर, डेट पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान करता है और लंबी अवधि में लगातार रिटर्न के अवसर प्रदान करता है. लोगों के बीच लोकप्रिय एसेट क्लास है सोना. सोना एक अच्छे बचाव के रूप में कार्य करती है और मुद्रास्फीति और वैश्विक जोखिमों के खिलाफ पोर्टफोलियो की रक्षा करने में सहायता करती है.

कभी भी कोई दो एसेट क्लास बाजार या आर्थिक विकास पर एक समान प्रतिक्रिया नहीं करता है क्योंकि एक एसेट क्लास में निगेटिव डेवलपमेंट का पूरे पोर्टफोलियो के रिटर्न पर निगेटिव प्रभाव नहीं पड़ता है. इसका सटीक उदाहरण मार्च 2020 और उसके आसपास देखा गया. यह एक ऐसा समय था जब दुनिया भर के इक्विटी बाजारों ने महामारी के प्रसार के कारण तेज प्रतिक्रिया दी.

शेयर बाजारों में जहां दो अंकों की गिरावट दर्ज हुई, वहीं सोने में बड़ी तेजी देखने को मिली. ब्रिजवाटर एसोसिएट्स के हेज फंड इन्वेस्टर और संस्थापक रे डेलियो कहते हैं, ‘सबसे महत्वपूर्ण चीज जो आपके पास हो सकती है वह एक अच्छा रणनीतिक एसेट एलोकेशन है. इसलिए, निवेशक को एक संतुलित, संरचित पोर्टफोलियो रखने की जरूरत है. यानी एक पोर्टफोलियो अलग-अलग वातावरण में अच्छा प्रदर्शन करे क्योंकि हम नहीं जानते कि हम जीतने जा रहे हैं. हमें तो बस कई तरह के निवेश विकल्पों में दांव लगाने होंगे.’

व्यावहारिक चुनौतियां

कभी-कभी जीवन में कुछ बड़े बदलाव होने पर एसेट एलोकेशन में भी परिवर्तन करने की जरूरत होती है. एसेट एलोकेशन को भी रिबैलेंस करने की आवश्यकता पड़ सकती है क्योंकि हो सकता है कि एक निश्चित एसेट क्लास बहुत अधिक तेजी से बढ़ जाये और आवंटन प्रोफाइल को विकृत कर दे. ऐसे में निवेशकों को सक्रिय रूप से अपनी भागीदारी निभानी चाहिए, यदि वह इसे स्वयं करता है. निवेशकों को इक्विटी और डेट बाजारों के घटनाक्रम के प्रति हमेशा सचेत रहना होगा.

इस समय, निवेशक को एक और चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, वह है अपने स्वयं के व्यवहार संबंधी पूर्वाग्रह. ऐसे समय में जब शेयर बाजार तेजी से बढ़ रहा है, मुनाफे को बुक करना या इक्विटी में आवंटन को कम करना असंभव लगता है, क्योंकि संभावित लाभ को खोने का डर होता है. इसके विपरीत, यदि निवेश का कोई भी निर्णय खराब प्रदर्शन कर रहा है और नुकसान की बुकिंग करने की जरुरत होती है, तो यह फिर से चुनौतीपूर्ण हो जाता है.

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एसेट एलोकेशन के साथ आती हैं कई योजनाएं

डायनेमिक रूप से प्रबंधित एसेट एलोकेशन म्यूचुअल फंड योजनाएं या मल्टी एसेट वर्ग के फंड का विकल्प चुन कर आप एसेट एलोकेशन का काम पूरा कर सकते हैं. ऐसी स्कीम में, इक्विटी और डेट में फंड मैनेजर निवेशित फंड को इस तरह से बदलाव करेगा कि इन निवेश अवसरों से लाभ उठाया जा सके.

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