RFL मामला : 18 नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेजे गये फोर्टिस के पूर्व प्रवर्तक मलविंदर सिंह

नयी दिल्ली : फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक मलविंदर सिंह और रेलीगेयर इंटरप्राइजेज के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी को यहां एक अदालत ने 18 नवंबर तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया. यह मामला रेलीगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) की रकम में कथित तौर पर हेरफेर से संबंधित है. दोनों आरोपियों को एक ड्यूटी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 15, 2019 10:16 PM

नयी दिल्ली : फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक मलविंदर सिंह और रेलीगेयर इंटरप्राइजेज के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी को यहां एक अदालत ने 18 नवंबर तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया. यह मामला रेलीगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) की रकम में कथित तौर पर हेरफेर से संबंधित है. दोनों आरोपियों को एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने तिहाड़ जेल के अंदर हुई कार्यवाही के बाद प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया. जिला अदालतों में चल रही वकीलों की हड़ताल के मद्देनजर जेल के अंदर सुनवाई की गयी.

ईडी के विशेष लोक अभियोजक नितेश राणा ने सिंह और गोधवानी की 14 दिन की हिरासत मांगी थी. हालांकि, अदालत ने जांच एजेंसी को निर्देश दिया कि वह सोमवार को उन्हें संबंधित अदालत में पेश करे. ईडी ने 14 नवंबर को सिंह और गोधवानी को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी ने दोनों को तिहाड़ केंद्रीय कारागार के अंदर अपनी हिरासत में लिया था. ये दोनों वहां कथित घोटाले के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज किये गये मामले में जेल में बंद थे.

ईडी ने कहा कि सिंह और गोधवानी धन शोधन मामले में आरोपी हैं, जो धन शोधन निरोधक अधिनियम के अनुच्छेद तीन और चार के तहत दंडनीय है. ये मलविंदर सिंह के भाई शिवेंदर और दो अन्य (कवि अरोड़ा और अनिल सक्सेना) के साथ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज मामले में न्यायिक हिरासत में थे. आरएफएल रेलीगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड समूह की एक कंपनी है. पूर्व में इसके प्रवर्तक सिंह बंधु थे.

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