कोलकाता के वे सस्ते बाजार, जहां गरीबों को भी मिल जाता है कम दाम पर बेहतरीन सामान
Kolkata Cheapest Markets: कोलकाता के बड़ा बाजार, नया बाजार, गरियाहाट और श्यामबाजार जैसे बाजार गरीबों को भी बेहद सस्ते दामों पर अच्छे और टिकाऊ सामान उपलब्ध कराते हैं. यहां कपड़े, जूते, आभूषण, क्रॉकरी, घरेलू सामान और त्योहारों की खरीदारी बेहद कम कीमत में मिल जाती है. थोक और खुदरा दोनों तरह के विकल्प होने से यह बाजार पूर्वी भारत का सबसे किफायती शॉपिंग हब बन चुके हैं. कोलकाता के ये ऐतिहासिक बाजार नेपाल और बांग्लादेश के कारोबारियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र हैं.
Kolkata Cheapest Markets: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सदियों से पूर्वी भारत का सबसे पसंदीदा शॉपिंग सेंटर रहा है. कपड़ों से लेकर गहने-जेवरात तक यहां के लोकल मार्केट में सस्ते दामों पर आसानी से मिल जाते हैं. कोलकाता के ये बाजार न केवल पड़ोसी राज्यों की जरूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि गरीबों को आसानी से सस्ती कीमतों पर अच्छे सामान उपलब्ध हो जाते हैं. कोलकाता के बाजारों की वेरायटी और किफायती दाम इसे नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार जैसे पड़ोसी देशों के कारोबारियों के लिए आकर्षक बनाते हैं. आइए, कोलकाता के उन बाजारों के बारे में विस्तार से जानते हैं, जहां पर गरीबों को किफायती दामों पर अच्छे और टिकाऊ सामान मिल जाते हैं.
बड़ा बाजार
कोलकाता का बड़ा बाजार जोरबगान और लालबाजार के बीच स्थित है. बड़ा बाजार 18वीं शताब्दी में सूत और कपड़ा के बाजार के रूप में शुरू हुआ था, लेकिन अब यह भारत के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक बन गया है. अंग्रेजों के आने से पहले यह क्षेत्र सेट और बायसैक्स का घर था, जो सूत और कपड़े के प्रसिद्ध व्यापारी थे. वे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को कपड़ा बेचकर ही करोड़पति बन गए. हालांकि, उन्होंने अपना व्यवसाय सुतानुती (जिसे फिलहाल सोवा बाजार के नाम से जाना जाता है) से शुरू किया था, जो बड़ा बाजार से सटा हुआ एक इलाका है. बड़ा बाजार उन वस्तुओं के आधार पर छोटे बाजारों या कटरों में विभाजित है. राजा कटरा मसालों के लिए और मनोहर दास कटरा आभूषणों और हार्डवेयर के लिए प्रसिद्ध है. आपको पूरे बड़ा बाजार की गलियों में खुदरा और थोक विक्रेता मिल जाएंगे.
इसके अलावा, हजारों फेरीवाले भी हैं, जो सड़कों और फुटपाथों के एक बड़े हिस्से पर बैठे रहते हैं. यह बाजार अपनी स्थिति और गंगा, हावड़ा और सियालदह स्टेशनों से जुड़ाव के कारण लोकप्रिय हुआ. यह शादी की खरीदारी के लिए एक प्रसिद्ध जगह है, लेकिन आपको अपनी पसंद की कोई भी चीज मिल सकती है. जूते, सजावटी गहने, मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप या धार्मिक सामग्री, बड़ा बाजार में सब कुछ मिल जाता है.
श्याम बाजार
कोलकाता के श्याम बाजार बागबाजार के पास स्थित है. यह आभूषण और मिठाइयों के लिए प्रसिद्ध है. श्यामबाजार में 18वीं सदी में कोलकाता (पुराना कलकत्ता) के कुलीन व्यापारी रहा करते थे. इस इलाके के बाजार का मूल नाम चार्ल्स बाजार था, लेकिन बाद में शोभाराम बसाक ने श्याम राय (एक पूजनीय हिंदू देवता और भगवान कृष्ण का दूसरा नाम) के सम्मान में इसका नाम बदलकर वर्तमान नाम रख दिया. वे 19वीं सदी के एक धनी व्यापारी और परोपकारी व्यक्ति थे.
बड़ा बाजार 19वीं सदी में अपने थिएटरों के लिए प्रसिद्ध था. पहला बंगाली थिएटर प्रोडक्शन विद्यासुंदर की शुरुआत 1835 में नवीन चंद्र बसु ने की थी. उन्होंने अपने घर को रंगमंच बना दिया था. धीरे-धीरे इस इलाके में सिनेमा हॉल भी बन गए. उस समय इस इलाके में लगभग 10 सिनेमा हॉल थे, जो शाम के समय बंगाली महिलाओं के लिए एक पसंदीदा जगह हुआ करते थे.
आज श्याम बाजार अपनी गलियों में लगी कपड़े, आभूषणों और मिठाइयों की दुकानों के लिए मशहूर है. श्याम बाजार के पांच चौराहे पर फैली दुकानें दुर्गा पूजा और दूसरे त्योहारों के आने से पहले लोगों की पसंदीदा जगह बन जाती हैं. बिना किसी त्योहार के भी श्याम बाजार सालोंभर गुलजार रहता है.
नया बाजार
कोलकाता का नया बाजार लिंडसे स्ट्रीट पर स्थित है. इसकी शुरुआत 1 जनवरी 1874 को हुई थी. यह परिधान, क्रॉकरी और बेकरी आदि के प्रसिद्ध है. नया बाजार में ब्रिटिश काल की भव्य वास्तुकला देखने को मिलती है. बहुत कम लोग यह जानते होंगे, लेकिन नया बाजार की शुरुआत अंग्रेजों की एक खास खरीदारी की जगह थी. कलकत्ता नगर निगम ने लिंडसे स्ट्रीट को खरीदकर विक्टोरियन गोथिक शैली का परिसर बनवाया.
1 जनवरी 1874 को इसे जनता के लिए खोल दिया गया और कलकत्ता के नए नगरपालिका बाजार की खबर पूरे भारत में जंगल की आग की तरह फैल गई. भारत के कोने-कोने से कारोबारी नया बाजार में खरीदारी करने के लिए आने लगे. 2 दिसंबर 1903 को कलकत्ता निगम के तत्कालीन अध्यक्ष के नाम पर इस बाजार का आधिकारिक नाम सर स्टुअर्ट हॉग मार्केट रखा गया, लेकिन आज भी लोग इसे नया बाजार के नाम से ही जानते हैं.
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गरियाहाट बाजार
कोलकाता का गरियाहाट बल्लीगंज में स्थित है. इसकी शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी. गरियाहाट कपड़े, जूते और सजावट के सामानों के लिए प्रसिद्ध है. गरियाहाट दक्षिण कोलकाता के लोगों के लिए सबसे लोकप्रिय बाजार है. यहां खरीदारी के दो प्रमुख आकर्षण स्थल बल्लीगंज एसी मार्केट और साउदर्न शॉपिंग सेंटर हैं. साउदर्न शॉपिंग सेंटर एक खुला सांस्कृतिक स्थल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स है, जहां हस्तशिल्प, वस्त्र, फर्नीचर और हस्तकरघा से जुड़े कई राज्य स्तरीय एम्पोरियम स्थित हैं. इसके अलावा, गरियाहाट के आसपास की सड़कों पर बैग, कुर्तियां, साड़ियां, क्रॉकरी और आपकी जरूरत की हर चीज बेचने वाली दुकानें लगी रहती हैं.
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