चुनाव से पहले तेज प्रताप यादव पर FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
Tej Pratap Yadav: वैशाली की महुआ सीट से जनशक्ति जनता दल के प्रत्याशी तेज प्रताप यादव पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ है. यह कार्रवाई एक वायरल वीडियो के आधार पर की गई, जिसमें उनकी रैली में पुलिस के लोगो और नीली-लाल बत्ती वाली गाड़ी का इस्तेमाल होते दिखा. चुनावी माहौल में यह घटना एक बड़ा विवाद बन गई है.
Tej Pratap Yadav: जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का एक गंभीर मामला सामने आया है. महुआ के अंचलाधिकारी (CO) ने एक वायरल वीडियो के आधार पर स्थानीय थाने में उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई है.
तेज प्रताप के ख़िलाफ क्यों दर्ज हुआ FIR
यह मामला तेज प्रताप यादव की चुनाव रैली के दौरान एक गाड़ी के इस्तेमाल से जुड़ा है. वायरल फुटेज में एक बोलेरो SUV, जिस पर पुलिस का लोगो लगा हुआ था, वह उम्मीदवार के काफिले को एस्कॉर्ट करती हुई दिखाई दी. इस वाहन पर नीली और लाल रंग की बत्ती भी लगी हुई थी. चुनाव प्रचार में इस तरह के सरकारी और पुलिस की गाड़ी का इस्तेमाल को आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन माना गया है. बिहार में आचार संहिता लागू हो चुकी है, जिसके बाद ऐसी गतिविधियों पर सख़्त मनाही है.
तेज प्रताप के ख़िलाफ कितने केस पेंडिंग हैं?
महुआ सीट से नामांकन भरने के बाद, तेज प्रताप यादव ने अपने हलफनामे में अपनी निजी और वित्तीय स्थिति का ब्यौरा दिया है. उनके पास कुल 2.88 करोड़ की संपत्ति है, जिसमें 91.65 लाख की चल संपत्ति और 1.96 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल है.
नामांकन पत्र में यह भी खुलासा हुआ है कि तेज प्रताप यादव पर आठ आपराधिक मामले लंबित हैं. इन मामलों में हत्या (धारा 302), आपराधिक साजिश (120B), और गंभीर चोट पहुँचाने (324) जैसी धाराएं शामिल हैं, साथ ही दहेज उत्पीड़न, SC-ST एक्ट और आर्म्स एक्ट से जुड़े प्रावधान भी हैं. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया है कि उन्हें अब तक किसी भी मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है.
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