Bihar SIR Row: सम्राट चौधरी का विपक्ष पर वार, 2003 में राबड़ी सरकार पर लाखों नाम काटने का आरोप
Bihar SIR Controversy: बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने SIR को लेकर विपक्ष पर हमला बोला, 2003 में राबड़ी सरकार पर लाखों नाम काटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, मौजूदा प्रक्रिया पारदर्शी है, विपक्ष सिर्फ बयानबाजी कर रहा है. चुनाव आयोग ने लोगों से वोटर लिस्ट में गलती होने पर सुधार कराने की अपील की है.
Bihar SIR Row: बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने मंगलवार को वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं असली काम में उनकी कोई भागीदारी नहीं है.
सम्राट चौधरी ने क्या कहा ?
सम्राट चौधरी बोले ,”ये लोग भागने वाले लोग हैं, किसी दस्तावेज पर बात ही नहीं करते. 2003 में भी SIR हुआ था, तब सिर्फ एक महीने में पूरा कर लिया गया था. उस वक्त राबड़ी देवी की सरकार ने लाखों लोगों के नाम लिस्ट से काट दिए थे.” उन्होंने कहा कि आज भी ये काम पूरी पारदर्शिता से हो रहा है, टीम के लोग गांव-गांव जाकर लोगों से मिल रहे हैं. सम्राट चौधरी ने दावा किया कि अब तक विपक्षी पार्टियों ने एक भी आवेदन नहीं दिया है. डिप्टी सीएम ने कहा “अभी जो लिस्ट आई है, वो सिर्फ ड्राफ्ट कॉपी है. इस पर आपत्तियां आएंगी, जांच होगी और फिर फाइनल लिस्ट बनेगी.”
डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर बोला हमला
राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव के परिवार पर हमला करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा, “इन लोगों ने देश और बिहार को जितना लूटा है और अराजकता फैलाई है, उसे जनता अच्छी तरह जानती है. SIR का मकसद वोटर लिस्ट को अपडेट करना और उसमें मौजूद गलतियों को ठीक करना है. इस दौरान नए वोटरों के नाम जोड़े जाएंगे और जिनका नाम हटना चाहिए (जैसे मृतक या कहीं और शिफ्ट हुए लोग), उनका नाम लिस्ट से निकाल दिया जाएगा.”
विपक्ष ने चुनाव आयोग पर लगाए थे आरोप
हाल ही में विपक्ष ने आरोप लगाया था कि इस प्रक्रिया में गड़बड़ी हो रही है और सही मतदाताओं के नाम भी हटाए जा रहे हैं लेकिन सम्राट चौधरी ने इसे बेबुनियाद बताते हुए कहा कि विपक्ष सिर्फ अफवाह फैला रहा है. चुनाव आयोग के मुताबिक, अभी तक हजारों लोग अपनी आपत्तियां और सुझाव दे चुके हैं, लेकिन डिप्टी सीएम का कहना है कि इनमें विपक्ष का कोई रोल नहीं है.
क्या है मामला ?
लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में वोटर लिस्ट को सही करना सभी पार्टियों के लिए बड़ा मुद्दा है. सत्ता पक्ष का कहना है कि SIR पूरी तरह साफ-सुथरे तरीके से हो रहा है, जबकि विपक्ष इसमें खामियां निकाल रहा है. सम्राट चौधरी का बयान आने वाले दिनों में राजनीति में और गर्मी ला सकता है, क्योंकि उन्होंने सीधे 2003 के SIR की तुलना मौजूदा प्रक्रिया से करते हुए राबड़ी देवी सरकार पर लाखों नाम हटाने का गंभीर आरोप लगाया है. इस बीच, चुनाव आयोग ने लोगों से अपील की है कि अगर वोटर लिस्ट में उनका नाम, पता या कोई और डिटेल गलत है तो समय रहते उसे सुधारवा लें.
