PM मोदी और उनकी मां के AI वीडियो पर बवाल, बिहार कांग्रेस बनाम भाजपा, पप्पू यादव ने भी साधा निशाना

Bihar Political News: बिहार कांग्रेस के AI-जनरेटेड वीडियो में कथित तौर पर पीएम मोदी और उनकी दिवंगत मां जैसी आकृतियां दिखने पर सियासी विवाद तेज हो गया है. पप्पू यादव ने इसे राजनीति का गिरा स्तर बताया, वहीं पवन खेड़ा ने अपमान से इनकार किया. कांग्रेस ने वीडियो को सामाजिक संदेश बताया, जबकि भाजपा ने इसे असम्मानजनक करार दिया.

By Nishant Kumar | September 12, 2025 4:43 PM

Bihar Congress vs BJP on PM Modi AI VIDEO: बिहार कांग्रेस के जारी एक AI-जनरेटेड वीडियो ने सियासी घमासान खड़ा कर दिया है. वीडियो में कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां जैसी दिखने वाली दो वीडियो नजर आ रही हैं. इस पर विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है.

पप्पू यादव ने क्या कहा ? 

पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इस वीडियो पर नाराजगी जताते हुए कहा कि राजनीति का स्तर इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए कि किसी की मां को भी इसमें घसीट लिया जाए. उन्होंने कहा, “चाहे गरीब की मां हो, अमीर की मां हो, मुख्यमंत्री की मां हो या प्रधानमंत्री की मां, मां तो मां होती है. राजनीति में इस तरह का प्रयोग करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. गाली देने की परंपरा और ऐसी प्रवृत्ति भाजपा से ही सीखी जा सकती है. ऐसे संस्कार केवल भाजपा ही दे सकती है.” 

पवन खेड़ा ने क्या कहा ? 

वहीं कांग्रेस की ओर से इस मामले में सफाई देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कहा कि वीडियो को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “इसमें अपमान कहां है? नसीहत देना माता-पिता का कर्तव्य होता है. बार-बार हर चीज को मुद्दा बनाना और छुईमुई बनकर राजनीति करना केवल प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं, हमें नहीं.”

किसी का अपमान करना मकसद नहीं 

कांग्रेस का कहना है कि वीडियो के जरिए किसी का अपमान करना मकसद नहीं था, बल्कि सामाजिक संदेश देने की कोशिश की गई थी. लेकिन भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने इसे प्रधानमंत्री और उनकी दिवंगत मां का अपमान करार दिया है.

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बढ़ गई बिहार की सियासी हलचल 

कुल मिलाकर, यह वीडियो बिहार की सियासत में नया विवाद लेकर आया है. जहां एक ओर विपक्ष इसे भाजपा की दोहरी राजनीति बता रहा है, वहीं सत्तापक्ष इसे प्रधानमंत्री के खिलाफ असम्मानजनक प्रचार करार दे रहा है. आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीतिक बहस और तेज होने की संभावना है.