केंद्र सरकार पर RJD का जोरदार हमला, मनोज झा ने बताया आखिर किसको खत्म करना चाहती है BJP
RJD सांसद मनोज झा ने अमित शाह पर विपक्ष को खत्म करने की कोशिश का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईडी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी इस बात का सबूत है. झा का दावा है कि भाजपा विपक्ष-रहित राजनीति चाहती है, लेकिन जनता चुनावों में इसका जवाब देगी.
RJD on Criminal Bill: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता प्रोफेसर मनोज कुमार झा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया इंटरव्यू पर कड़ा पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि शाह का पूरा एजेंडा देश के भीतर मौजूद विपक्ष को कमजोर करना और लोकतंत्र की आवाज को दबाना है. झा का कहना है कि भाजपा अब केवल बाहरी विपक्ष ही नहीं बल्कि आंतरिक असहमति को भी खत्म करना चाहती है.
मनोज झा ने क्या कहा ?
मनोज झा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं और एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के संदर्भ में हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों का हवाला दिया. झा ने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या अमित शाह ने ED पर सुप्रीम कोर्ट का हालिया सारांश सुना है? या सुनने के बावजूद उसे अनसुना कर दिया गया है? सुप्रीम कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा है कि ईडी एक राजनीतिक दल की तरह काम कर रही है और यह देखना होगा कि वह किसके इशारे पर काम कर रही है.”
#WATCH पटना (बिहार): राजद नेता मनोज कुमार झा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इंटरव्यू पर कहा, "…ये अंतरिक विपक्ष और बाहरी विपक्ष दोनों को खत्म करना चाहते हैं….क्या अमित शाह ने ईडी पर सुप्रीम कोर्ट का हालिया सारांश सुना है? या सुनने के बावजूद उसे अनसुना कर दिया गया है?… pic.twitter.com/TBPtpyi4Ka
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 25, 2025
RJD सांसद ने क्या कहा ?
RJD सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार और BJP का मकसद देश की विपक्षी आवाजों को दबाना है ताकि लोकतंत्र केवल औपचारिकता बनकर रह जाए. उन्होंने कहा कि विपक्ष पर लगातार छापेमारी, नोटिस और गिरफ्तारियों का दौर इसी योजना का हिस्सा है. मनोज झा ने कहा,“लोकतंत्र में विपक्ष जरूरी है, लेकिन भाजपा का मॉडल विपक्ष-रहित राजनीति है. यह लोकतंत्र नहीं बल्कि एक प्रकार का तानाशाही मॉडल है.”
किस ओर इशारा करती हैं सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी
उन्होंने आगे यह भी जोड़ा कि बिहार और पूरे देश की जनता अब इस रणनीति को समझने लगी है. जनता देख रही है कि कैसे सत्ता में बैठे लोग लोकतांत्रिक संस्थाओं को अपने हितों के लिए मोहरा बना रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी इस बात का सबूत है कि एजेंसियों का कामकाज निष्पक्ष नहीं है. अगर न्यायपालिका तक यह चिंता जता रही है तो सरकार को आत्ममंथन करना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य है कि सत्ता पक्ष इसके बजाय विपक्ष को ही कटघरे में खड़ा करने में जुटा है.
मनोज झा ने किया दावा
मनोज झा ने दावा किया कि 2024 के चुनावों के बाद और अब आने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में जनता भाजपा और उसके सहयोगियों को जवाब देगी. उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन जनता के मुद्दों पर मजबूती से खड़ा है और भाजपा के तमाम प्रयासों के बावजूद लोकतंत्र की आवाज को खामोश नहीं किया जा सकता.
