बिहार में कांग्रेस का ‘बूस्टर डोज’, इस विधानसभा से प्रियंका गांधी करेंगी चुनावी सभा का आगाज

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस मुजफ्फरपुर में फिर से अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पूरी ताक़त लगा रही है. प्रियंका गांधी वाड्रा के दौरे और बूथ स्तर पर संगठन सुदृढ़ीकरण के साथ पार्टी दो महत्वपूर्ण सीटों पर जीत की उम्मीद रखती है.

By Anshuman Parashar | October 23, 2025 11:18 AM

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सभी दलों ने अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है. कांग्रेस पार्टी भी इसमें कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. पार्टी की रणनीति स्पष्ट है बिहार में अपने संगठन को मजबूत करना और खोया हुआ जनाधार वापस पाना. हाल ही में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के सफल आयोजन से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा हुआ है.

इस बढ़े हुए उत्साह को जीत में बदलने के लिए, कांग्रेस पार्टी की बड़ी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को मैदान में उतारने की तैयारी है. मुजफ्फरपुर में उनकी एक बड़ी चुनावी सभा आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है. ज़िला कांग्रेस कमेटी ने शीर्ष नेतृत्व को आधिकारिक तौर पर इस कार्यक्रम के लिए अनुरोध भेजा है. ज़िलाध्यक्ष अरविंद कुमार मुकुल के मुताबिक, प्रियंका गांधी का दौरा जल्द ही निश्चित हो जाएगा.

मुजफ्फरपुर से कांग्रेस के नेताओं का रहा है पुराना नाता

मुजफ्फरपुर की धरती पर कांग्रेस के बड़े नेताओं का इतिहास रहा है. 1991 में देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री और प्रियंका गांधी के पिता राजीव गांधी ने चक्कर मैदान में एक प्रभावशाली जनसभा को संबोधित किया था. इस मैदान का इतिहास कांग्रेस से जुड़ा रहा है. फिर 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने भी नेहरु स्टेडियम में पार्टी के लिए प्रचार किया था. अब, प्रियंका गांधी की उपस्थिति से कांग्रेस एक बार फिर से इस ज़िले में भावनात्मक कनेक्शन बनाने की कोशिश कर रही है.

दो सीटों पर टिकी हैं कांग्रेस की उम्मीदें

मुज़फ्फरपुर सीट पर मौजूदा विधायक विजेंद्र चौधरी फिर से चुनाव मैदान में हैं. वहीं सकरा सीट पर पिछले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार उमेश राम बहुत कम अंतर से हार गए थे. इस बार पार्टी दोनों सीटों पर जीत के लिए पूरी ताकत झोंक रही है. कांग्रेस ने बूथ स्तर पर संगठन को मज़बूत करने पर खास फोकस किया है.

Also Read: बिहार चुनाव में महिला मतदाता बनीं ‘किंगमेकर’, लेकिन टिकट बंटवारे में महिलाओं को नहीं मिली तवज्जों