AI वीडियो पर बढ़ा सियासी घमासान, RJD नेता बोले- आजकल ‘बिलो द बेल्ट’ बोलकर लोग सीढ़ियां चढ़ रहे हैं

Bihar Political News: बिहार कांग्रेस के AI-जनरेटेड वीडियो ने सियासी माहौल गरमा दिया है. वीडियो में पीएम मोदी और उनकी दिवंगत मां जैसी आकृतियां दिखने पर बीजेपी-जेडीयू ने कांग्रेस पर हमला बोला. तेजस्वी यादव ने इसे मुद्दों से ध्यान भटकाना बताया, जबकि मनोज झा ने ‘बिलो द बेल्ट’ राजनीति पर चिंता जताई.

By Nishant Kumar | September 12, 2025 5:57 PM

Bihar Congress AI VIDEO Politics: बिहार कांग्रेस के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए AI-जनरेटेड वीडियो को लेकर प्रदेश की राजनीति में घमासान मच गया है. इस वीडियो में दो पात्र कथित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां जैसी मिलते-जुलते दिखाए गए हैं. बीजेपी और जेडीयू ने इसे कांग्रेस की निचले स्तर की राजनीति करार दिया, वहीं विपक्षी दलों ने इसे मुद्दों से ध्यान भटकाने की रणनीति बताया.

तेजस्वी यादव ने क्या कहा ? 

राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने यह वीडियो देखा ही नहीं है. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “यह सब सिर्फ मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है. देश और बिहार की जनता ने सुना है कि पीएम मोदी ने क्या कहा था. याद कीजिए, कैसे उन्होंने नीतीश कुमार के DNA को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी. बीजेपी हमेशा लोगों की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए ऐसे विवाद खड़ा करती है.”

मनोज झा ने क्या कहा ? 

वहीं, राज्यसभा सांसद और राजद प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने इस पूरे प्रकरण पर गंभीर चिंता जताई. उन्होंने कहा, “विमर्श में जो जहर घोला जा रहा है, वह सभी दलों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए लेकिन आजकल ‘बिलो द बेल्ट’ बोलकर लोग सीढ़ियां चढ़ते जा रहे हैं. इसे रोकना होगा, वरना लोकतांत्रिक संस्कृति को गहरी चोट पहुंचेगी.”

भाजपा ने कांग्रेस पर बोला हमला 

कांग्रेस के इस वीडियो पर बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे दिवंगत व्यक्तियों की गरिमा का अपमान बताया है. जेडीयू ने भी कांग्रेस से माफी की मांग की है. हालांकि कांग्रेस की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी सामने नहीं आई है.

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बढ़ गया है बिहार का सियासी पारा 

AI वीडियो विवाद ने चुनावी बिहार की सियासत को और गरमा दिया है. जहां एक ओर सत्ताधारी दल इसे भावनाओं से खेलने की राजनीति बता रहे हैं, वहीं विपक्ष का कहना है कि असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस विवाद को तूल दिया जा रहा है. चुनावी माहौल में यह मुद्दा आने वाले दिनों में और बड़ा रूप ले सकता है.