Bihar Election 2025: मायावती अपने भतीजे को सौंपी बिहार की कमान, BSP अकेले लड़ेगी विधानसभा चुनाव
Bihar Election 2025: बसपा प्रमुख मायावती ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही भतीजे आकाश आनंद को बिहार की कमान सौंपी और सभी सीटों पर मजबूत तैयारी के निर्देश दिए.
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. पार्टी सुप्रीमो मायावती ने स्पष्ट कर दिया है कि बसपा इस बार किसी गठबंधन में नहीं, बल्कि अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी. रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि आगामी चुनाव को लेकर दो दिनों तक चली समीक्षा बैठकों में उम्मीदवार चयन से लेकर जनसभाओं की रूपरेखा पर मंथन किया गया है.
भतीजे आकाश आनंद को सौंपी बिहार की कमान
इस समीक्षा बैठक के बाद मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और अपने भतीजे आकाश आनंद को बिहार की कमान सौंपी है. उनके साथ राज्यसभा सांसद रामजी गौतम और बसपा की बिहार इकाई को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है. मायावती ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पूरी मुस्तैदी और निष्ठा के साथ तन, मन और धन से चुनावी मैदान में जुटें.
जनसभा और यात्राओं की तैयारियां तेज
मायावती ने बताया कि अगले महीने से शुरू होने वाले चुनावी कार्यक्रमों यात्राओं और जनसभाओं की जिम्मेदारी भी आकाश आनंद और राज्य नेतृत्व के कंधों पर होगी. सभी कार्यक्रम उनके दिशा-निर्देश में होंगे और उनका मकसद पार्टी को बूथ स्तर तक मज़बूत करना है.
तीन जोन में बंटेगी बिहार की सीटें
बसपा प्रमुख ने कहा कि बिहार एक बड़ा राज्य है, इसलिए सभी विधानसभा सीटों को तीन जोन में बांटकर अलग-अलग वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. इससे चुनावी प्रबंधन और कार्यकर्ताओं की सक्रियता को बढ़ावा मिलेगा. मायावती का दावा है कि राज्य में तेजी से बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच बसपा पूरी तैयारी के साथ उतर रही है और बेहतर नतीजे लाएगी.
अन्य राज्यों पर भी नजर
इससे पहले उड़ीसा और तेलंगाना में भी पार्टी ने यूपी के पैटर्न पर जिला से लेकर बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की रणनीति बनाई है. मायावती ने बताया कि पार्टी द्वारा तय किए गए मिशनरी टारगेट की समीक्षा की गई है और संगठन विस्तार की गति को और तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.
नए जोश के साथ बसपा का मिशन बिहार
मायावती का यह ऐलान बसपा के लिए निर्णायक साबित हो सकता है. पार्टी एक ओर जहां आकाश आनंद के नेतृत्व में युवा जोश पर भरोसा जता रही है, वहीं राज्य की सभी सीटों पर अकेले उतरने का फैसला उसे नए सियासी प्रयोग का अवसर भी देगा. अब देखना यह होगा कि बसपा की यह रणनीति बिहार के जटिल चुनावी समीकरणों में कितना असर दिखाती है.
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