Bihariganj Assembly Election Express: बिहारीगंज चौपाल में नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक, जनता के सवालों पर गरमाया माहौल
Bihariganj Assembly Election Express: बिहारीगंज विधानसभा में प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस की चौपाल के दौरान लोगों ने नेताओं से जर्जर सड़कों, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और जलजमाव जैसी समस्याओं पर सवाल दागे और किसानों ने मक्का आधारित उद्योग लगाने की मांग की.
Bihariganj Assembly Election Express: प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस मंगलवार को बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र पहुंची. जहां राजनंदन कला भवन के प्रांगण में चौपाल का आयोजन किया गया. जनता का गुस्सा मंच पर मौजूद नेताओं पर फूट पड़ा. करीब एक घंटे के कार्यक्रम में मंच पर मौजूद नेताओं के बीच कई बार तीखी नोकझोंक हुई. इस कार्यक्रम में सैकड़ों लोग जुटे और अपनी समस्याएं खुलकर सामने रखीं. मंच पर बैठे सत्ता और विपक्ष के प्रतिनिधियों को जनता ने जमकर घेरा और कहा कि सालों से समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं, लेकिन नेताओं ने केवल आश्वासन दिए हैं.
सरकारी कार्यालयों में बिचौलियों और अफसरशाही तंत्र हावी
लोगों ने सबसे पहले सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया. जनता ने कहा कि अंचल कार्यालय से लेकर प्रखंड तक बिना पैसे के कोई काम नहीं होता. बिचौलियों और अफसरशाही का ऐसा तंत्र खड़ा हो गया है जिसने आम आदमी की जिंदगी मुश्किल कर दी है. यहां तक कि अस्पतालों में मरीजों को भी बिचौलियों की मदद से निजी नर्सिंग होम भेजकर इलाज के नाम पर लूटा जा रहा है.
किसानों ने उठाई जोरदार आवाज, मक्का उद्योग की मांग
चौपाल में सबसे जोरदार आवाज किसानों ने उठाई. लोगों ने कहा कि बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मक्का की खेती होती है, लेकिन अब तक यहां मक्का आधारित कोई उद्योग नहीं लगाया गया. हर चुनाव के वक्त नेता मक्का उद्योग लगाने का वादा करते हैं, मगर चुनाव खत्म होते ही यह मुद्दा ठंडे बस्ते में चला जाता है. किसानों ने कहा कि जब तक मक्का आधारित उद्योग नहीं लगता, तब तक उनकी बदहाली खत्म नहीं होगी. औने-पौने दाम पर अपनी उपज बेचने को मजबूर किसानों ने कहा कि उद्योग लगने से क्षेत्र के मजदूरों और किसानों की तकदीर बदल सकती है.
सड़कें और जलजमाव बना स्थायी संकट
लोगों ने कहा कि आज भी विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में ऐसी सड़कें हैं, जिन पर चलना मुश्किल है. बारिश के मौसम में हालात और बिगड़ जाते हैं. शहर हो या गांव, जलजमाव से लोग त्रस्त रहते हैं. एक स्वर से लोगों ने कहा कि सरकार की योजनाओं का धरातल पर कोई असर नहीं दिख रहा है.
शिक्षा और रोजगार पर भी लोगों ने उठाया सवाल
जनता ने कॉलेजों की दयनीय स्थिति का मुद्दा भी उठाया. लोगों ने कहा कि उच्च शिक्षा की सुविधाओं का भारी अभाव है. क्षेत्र के युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं और मजबूरन दूसरे राज्यों का रुख कर रहे हैं. चौपाल में मौजूद सामाजिक कार्यकर्ताओं और व्यापारियों ने भी कहा कि औद्योगिक विकास ही इस समस्या का स्थायी समाधान है.
नेताओं के बीच गर्मागर्म बहस
चौपाल के दौरान मंच पर मौजूद नेताओं के बीच भी कई बार तीखी नोकझोंक हुई. भाजपा विधायक प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह ने सरकार की योजनाओं को गिनाया, तो राजद के मनोज कुमार यादव ने उन योजनाओं को नाकाफी करार दिया. जन सुराज के अमलेश राय ने कहा कि बिहार की असली समस्या नेतृत्व की नाकामी है. कांग्रेस के धीरेंद्र यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को खत्म करना ही सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होना चाहिए.
