बिहार में वोटिंग से पहले बूथ सेलेक्शन को लेकर विवाद, चुनाव आयोग पर इस पार्टी ने लगाया गंभीर आरोप
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले CPI(ML) ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पार्टी का आरोप है कि तरारी क्षेत्र में दलित और गरीब मतदाताओं वाले बूथों को जानबूझकर ‘सेंसिटिव’ घोषित किया गया है, जबकि वहां पहले कोई गड़बड़ी नहीं हुई थी.
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनावों की सरगर्मी के बीच मतदान केंद्रों के चयन को लेकर महागठबंधन की सहयोगी पार्टी CPI(ML) ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं. पार्टी का आरोप है कि सेन्सिटिव बूथों के डिसीजन लेने में पक्षपात किया गया है, जिससे चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहा है.
Bihar Election 2025: CPI(ML) ने चुनाव आयोग पर क्यों लगाया आरोप
CPI(ML) के राज्य सचिव कुणाल ने चुनाव आयोग पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि तरारी विधानसभा क्षेत्र में उनकी पार्टी ने 47 बूथों को सेन्सिटिव घोषित करने की मांग की थी. हालांकि, कुणाल के अनुसार सुपरवाईजर ने पार्टी की मांग के विपरीत काम किया. उन्होंने बताया कि इसके बजाय दलितों, गरीबों और कमजोर वर्ग के मतदाताओं वाले 149 बूथों को सेन्सिटिव लिस्ट में डाल दिया गया, जबकि पिछली बार के मतदान में इन बूथों पर कोई भी गड़बड़ी या व्यवधान नहीं हुआ था.
Bihar Election 2025: पहले चरण के मतदान की तैयारी अब अंतिम चरण में
बिहार में कुल 90,740 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे. पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार अब समाप्त हो चुका है. सभी की निगाहें 6 नवंबर पर टिकी हैं, जब 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को चुनने के लिए मतदान करेंगे.
Bihar Election 2025: निगरानी के लिए हर बूथ पर लाइव कैमरे
चुनाव आयोग ने इस बार मतदान की प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखने के लिए वेबकास्टिंग प्रणाली को बड़े पैमाने पर लागू किया है. चुनाव आयोग ने बताया कि पहले चरण के 45,341 बूथों सहित कुल मिलाकर कई हजार केंद्रों पर कैमरे लगाए जाएंगे. इन कैमरों से आने वाली सीधी लाइव फीड राज्य नियंत्रण कक्ष, जिला कार्यालयों और केन्द्रीय निगरानी कक्ष तक पहुंचेगी. इस व्यवस्था से अधिकारियों को हर बूथ की स्थिति तुरंत देखने को मिलेगी.
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