Chhath Pooja 2025 : CM नीतीश, दोनों डिप्टी सीएम ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य, उदीयमान सूर्य का इंतजार

Chhath Pooja 2025 : लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया. आचार संहिता लगने की वजह से मुख्यमंत्री ने इस बार पटना के घाटों का भ्रमण नहीं किया.

By Prashant Tiwari | October 27, 2025 5:04 PM

Chhath Pooja 2025 : लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया. इसके साथ ही दोनों डिप्टी सीएम ने भी सूर्य को अर्घ्य दिया. इससे पहले सीएम ने एक्स पर पोस्ट कर लोगों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी थी. उन्होंने लिखा कि लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं. लोक आस्था का यह महापर्व आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग शुद्ध अंतःकरण और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं. महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से राज्य की प्रगति, सुख, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना है. 

इस साल गंगा घाट पर नहीं गए सीएम

 छठ महापर्व की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री दिवाली से पहले ही खुद गंगा घाटों का निरीक्षण करते रहे हैं और अधिकारियों को दिशा- निर्देश देते रहे हैं. शाम के अर्घ्य के दिन पटना के गंगा घाटों का भ्रमण करते रहे हैं. मुख्यमंत्री गंगा घाटों के भ्रमण के दौरान छठ व्रती और लोगों का अभिवादन स्वीकार करते थे, लेकिन इस बार आचार संहिता लगने के कारण उन्होंने पटना के गंगा घाटों का भ्रमण नहीं किया. 

कल समाप्त होगा छठ महापर्व 

उल्लेखनीय है कि शनिवार को नहाय-खाय से प्रारंभ चार दिनों के इस अनुष्ठान में खरना के बाद छठव्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करते हैं. सोमवार की शाम छठव्रती नदी, तालाबों सहित विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. पर्व के चौथे और अंतिम दिन यानी मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही श्रद्धालुओं का व्रत समाप्त हो जाएगा. इसके बाद व्रती फिर अन्न-जल ग्रहण कर पारण करेंगे. ‎ ‎

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व्रतियों के लिए घाटों पर किया गया था खास व्यवस्था 

व्रतियों को छठ घाट जाने में किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए ‎पटना जिले में गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के लगभग 550 घाटों को छठव्रतियों के लिए तैयार किया गया है. इसके अलावा पार्क एवं तालाबों में भी छठ किए जा रहे हैं. ‎जिला प्रशासन के मुताबिक, पटना नगर निगम क्षेत्र में गंगा किनारे के लगभग 102 घाट तथा करीब 45 पार्क एवं 63 तालाबों को छठ व्रतियों के अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तैयार किया गया है. सभी अनुमंडलों में अनुमंडल पदाधिकारियों तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों की देखरेख में छठ घाटों पर नागरिक सुविधाओं को उपलब्ध कराया गया. ‎

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