Rohini Acharya Controversy: रोहिणी आचार्य से जुड़े सवाल पर इमोशनल हुए चिराग पासवान, बोले- मैं भी इस दौर से गुजर चुका
Rohini Acharya Controversy: रोहिणी आचार्य के राजनीति छोड़ने पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बड़ी बात कही. चिराग पासवान ने कहा, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. क्योंकि जब एक परिवार ऐसी कठिन परिस्थितियों से गुजरता है तो वो किस मानसिक दबाव में रहता है, इसका अंदाजा मुझे है. क्योंकि मैं भी इस दौर से गुजरा हूं.
Rohini Acharya Controversy: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य पार्टी और राजनीति छोड़ने के बाद बैक टू बैक सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अपना भड़ास निकाल रही हैं. जिसके कारण बिहार का सियासी पारा भी चढ़ गया है. कई राजनीतिक नेताओं की तरफ से इस मामले में रिएक्शन आ रहे. इस बीच चिराग पासवान ने इस मामले में बड़ी बात कही. उन्होंने कहा, मैं प्रार्थना करता हूं कि यह पारिवारिक विवाद जल्द से जल्द सुलझे.
क्या बोले केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान?
इस दौरान मीडिया के सवाल पर लोजपा (रामविलास) के सुप्रीमो व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, ‘मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. क्योंकि जब एक परिवार ऐसी कठिन परिस्थितियों से गुजरता है तो वो किस मानसिक दबाव में रहता है, इसका अंदाजा मुझे है. क्योंकि मैं भी इस दौर से गुजरा हूं. हमारे राजनैतिक मतभेद जरूर हैं लेकिन मैंने हमेशा लालू प्रसाद यादव के परिवार को अपना परिवार माना है.’
तेज-तेजस्वी, मीसा-रोहिणी को बताया भाई-बहन
चिराग पासवान ने यह भी कहा, तेजस्वी, तेज, मीसा दी या फिर रोहिणी हो, सबको मैंने अपना भाई-बहन ही माना है. मैं प्रार्थना करता हूं कि यह पारिवारिक विवाद जल्द से जल्द सुलझे. घर में एकता बनी रहती है तो इंसान बाहर कठिन परिस्थितियों से लड़ लेता है. लेकिन आज की तारीख में उनकी पार्टी जिस दौर से गुजर रही है और उसके बाद घर में ऐसी कलह मैं समझ सकता हूं कि परिवार काफी कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा होगा.
आज रोहिणी ने सोशल पोस्ट कर कही ये बात
दरअसल, रोहिणी आचार्य से जुड़ा विवाद बढ़ता ही जा रहा है. आज दो इमोशनल सोशल मीडिया पोस्ट रोहिणी आचार्य ने किया. जिसमें उन्होंने लिखा, ‘कल एक बेटी, एक बहन, एक शादीशुदा महिला, एक मां को जलील किया गया. गंदी गालियां दी गयी और मारने के लिए चप्पल उठाया गया. सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी. कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए मां-बाप, बहनों को छोड़ आयी, मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया. मुझे अनाथ बना दिया गया. आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें. किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी-बहन पैदा ना हो.’
