Anant Singh: अनंत सिंह की गिरफ्तारी को बीजेपी के बड़े नेता ने बताया सही, कहा- अपराध पर सख्त कार्रवाई जरूरी
Anant Singh: जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद बयानबाजी तेज है. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता आरके सिंह ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी को सही बताया. उन्होंने कहा, अराजकता और अपराध पर सख्त कार्रवाई जरूरी है.
Anant Singh: बाहुबली नेता अनंत सिंह को दुलारचंद हत्याकांड मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद सियासी पारा चढ़ गया है और बयानबाजी तेज हो गई है. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता आरके सिंह ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर बड़ा बयान दिया. साथ ही अपनी पार्टी पर कड़ी टिप्पणी की. उन्होंने जेडीयू प्रत्याशी की गिरफ्तारी को सही और संतोषजनक बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा, अराजकता और अपराध पर सख्त कार्रवाई जरूरी है.
अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर बड़ा बयान
जानकारी के मुताबिक, आरा के पूर्व सांसद और भाजपा नेता राजकुमार सिंह एक निजी कार्यक्रम को लेकर गृह जिला सुपौल पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान ही अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, चुनाव आयोग और प्रशासन की यह बड़ी नाकामी थी कि कोई व्यक्ति 30-40 गाड़ियों के काफिले और हथियारों के साथ खुलेआम घूम रहा था. यह आचार संहिता का खुला उल्लंघन था. बाद में जब कार्रवाई हुई तो SDO, DSP और SHO तक को सस्पेंड किया गया. जब तक अराजकता और अपराध को कड़ाई से नहीं रोका जाएगा, तब तक स्थिति नहीं सुधरेगी.
‘राजनीति का अपराधीकरण नहीं होना चाहिए’
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने आगे यह भी कहा कि राजनीति में अपराधीकरण की बात करने वाले ही आज राजनीति को अपराधियों से भर रहे हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘जो नेता कहते हैं कि राजनीति का अपराधीकरण नहीं होना चाहिए, वही आज दुर्दांत अपराधियों को टिकट दे रहे हैं. ऐसे में राजनीति का अपराधीकरण तो स्वाभाविक है.’ भाजपा नेता ने अपने परिचित अंदाज में कहा, ‘मैं सही बात बोलता हूं और जोर से बोलता हूं. मुझे किसी कार्रवाई का डर नहीं है.’
आरके सिंह ने लोगों से की अपील
बीजेपी नेता आरके सिंह ने एक बार फिर अपनी बात दुहराई और कहा, अपराधी प्रवृत्ति के उम्मीदवारों को वोट न दें. चाहे वे किसी भी पार्टी के हों, यहां तक कि भाजपा के ही क्यों न हों. अगर ऐसा प्रत्याशी मिले तो नोटा दबाएं, लेकिन अपराधी को वोट न दें. राजकुमार सिंह के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है, क्योंकि उन्होंने न केवल विपक्ष बल्कि अपनी ही पार्टी के संदर्भ में भी सख्त टिप्पणी की है.
