Bihar Politics: खरीद फरोख्त मामले में ईओयू के रडार पर दो और विधायक, 21 को होगी बीमा भारती से पूछताछ

Bihar Politics: बिहार में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने पूर्व विधायक बीमा भारती सहित 4 को नोटिस भेजा है. विधायक सुदर्शन कुमार की भी भूमिका की जांच हो रही है. आरोप है कि विधानसभा में वोट के बदले करोड़ों रुपये और पद की पेशकश हुई थी.

By Ashish Jha | July 16, 2025 12:37 PM

Bihar Politics: पटना. पिछले साल नीतीश कुमार के पालाबदल कर बीजेपी के साथ जाने के बाद जदयू विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त के मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने जांच तेज कर दिया है. पुलिस ने जदयू की तत्कालीन विधायक बीमा भारती समेत 4 लोगों को नोटिस भेजा है. बीमा भारती पर मोटी रकम लेने का आरोप है. वहीं, इस मामले में शेखपुरा से जदयू विधायक सुदर्शन कुमार पर शिकंजा कस रहा है. ईओयू ने इस मामले में पूर्व विधायक और आरजेडी नेता बीमा भारती समेत चार लोगों को नोटिस भेजा है. इन सबों को पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध इकाई के कार्यालय में 21 जुलाई को बुलाया गया है. पूर्व विधायक बीमा भारती के अलावा संजय पटेल, प्रमोद कुमार और सनी कुमार को ईओयू ने नोटिस जारी किया है.

कोतवाली थाने में हुई थी एफआईआर

पिछले साल जनवरी में नीतीश कुमार ने आरजेडी से पल्ला झाड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसके बाद नई सरकार के विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान बड़े पैमाने पर पैसे का खेल होने का आरोप लगा था. इस मामले में जदयू विधायक सुधांशु कुमार ने 11 फरवरी, 2024 को पटना के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर में जदयू विधायक ने आरोप लगाया था कि कई एनडीए विधायकों को महागठबंधन के पक्ष में वोट दिलाने के लिए मंत्री पद और 10-10 करोड़ रुपये का प्रलोभन दिया गया था. इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए केस को आर्थिक अपराध इकाई यानि ईओयू को ट्रांसफर कर दिया गया था.

एक औऱ जेडीयू विधायक को नोटिस की तैयारी

इस मामले में जेडीयू के एक और विधायक सुदर्शन कुमार को भी नोटिस भेजा जा सकता है. दरअसल, ईओयू ने विधायकों के खरीद फरोख्त के मामले में 25 जून को मामले के आरोपी इंजीनियर सुनील कुमार से लंबी पूछताछ की थी. इंजीनियर सुनील कुमार पर विधायकों की खरीद फरोख्त के लिए पैसे देने का आरोप लगा है. सुनील कुमार को तेजस्वी यादव का करीबी बताया जा रहा है. ईओयू के पास जो सबूत मौजूद हैं, उनमें विधायकों के खरीद-फरोख्त में बालू माफियाओं से मिलने वाले पैसों के इस्तेमाल की बात भी सामने आयी है. ईओयू द्वारा विधायक खरीद मामले में ई सुनील से हुई पूछताछ में एक बालू कारोबारी आलोक यादव का नाम सामने आया था.

दो और विधायकों के खिलाफ मिले सबूत

आलोक यादव के जरिये विधायक सुदर्शन कुमार को मैनेज करने की कोशिश की गयी थी. आलोक यादव भी इंजीनियर सुनील का बेहद करीबी बताया जा रहा है. ईओयू ने आलोक यादव और विधायक सुदर्शन कुमार के कॉल डिटेल और लोकेशन की जांच की है. दोनों के बीच हुए वाट्सअप कॉल को भी डिकोड किया गया है, जो जानकारी है उसके मुताबिक आलोक यादव ने 2024 में नीतीश सरकार के विश्वास मत के दौरान विधायक सुदर्शन कुमार के पेट्रोल पंप के अकाउंट में काफी मोटी राशि भेजी थी. उस लेन देन की भी जांच की गयी है. ईओयू इस मामले में पूछताछ के लिए आरजेडी नेता ई सुनील को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी है. ईओयू की जांच में जेडीयू के दो और विधायकों के बारे में सबूत मिले हैं. उन सब को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.

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