महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर इस वजह से हो रही देरी, कब होगा ऐलान, क्या होगा फार्मूला, जानिए

Mahagathbandhan Seat Sharing: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में सीट शेयरिंग पर मंथन जारी है. छोटी पार्टियों की मांग की वजह से दोनों गठबंधनों में बात फाइनल नहीं हो पा रही है.

By Paritosh Shahi | October 5, 2025 9:46 AM

Mahagathbandhan Seat Sharing: VIP पार्टी चीफ मुकेश सहनी ने कहा था कि विजयादशमी तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग की घोषणा हो जाएगी. दशहरे के 2 दिन बाद भी कोई घोषणा नहीं हुई है. इसी बीच महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर नई तारीख सामने आई है.

ऐसा हो सकता है फार्मूला

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले सप्ताह में हर हाल में महागठबंधन सीट शेयरिंग पर घोषणा कर देगी. लालू यादव की पार्टी 140 सीटों के साथ एक बार फिर बड़े भाई की भूमिका में नजर आएगी. राहुल गांधी की कांग्रेस जो 70 से कम सीट पर नहीं मान रही थी, उसे 52 से 56 सीट मिलने की उम्मीद है.

वाम दलों को 35 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है. मुकेश सहनी जो 60 सीट और डिप्टी सीएम पद की मांग कर रहे थे उन्हें महज 8 सीट ही मिलने की उम्मीद है.

पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा को 4-4 सीट मिल सकती है.

बिहार चुनाव की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें

क्या गठबंधन में सब ठीक ?

एक तरफ एनडीए में शामिल दल हर मोर्चे पर एकजुट नजर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ महागठबंधन में शामिल छोटी पार्टियों के प्रमुख के बयानों से संशय पैदा होता है.

शनिवार को चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस ने कहा, “चिराग मुख्यमंत्री बनेंगे तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे होगी. वो हमारे परिवार के सदस्य हैं, चिराग हमारा भतीजा है.” पारस के इस बयान के बाद से महागठबंधन में असहज स्थिति पैदा हो गई है. साथी दलों के नेताओं के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या पारस अलायन्स के इतर भी कुछ सोच रहे हैं.

पशुपति पारस के अलावा मुकेश सहनी भी कई बार ऐसे बयान दे चुके हैं जिससे पता चलता है कि महागठबंधन में सब ठीक नहीं है. पहले उन्होंने 60 सीट और डिप्टी सीएम पद की मांग की. इसके बाद उन्होंने कहा कि 40 से कम पर समझौता नहीं करेंगे. अब खबर आ रही है कि उन्हें 8 सीट मिल सकती है.

इसे भी पढ़ें: बिहार के 12 जिलों में होगी भारी बारिश, IMD ने जारी किया रेड और ऑरेंज अलर्ट