Bihar Election Result Date : ‘सिंघम रिटर्न्स’, एग्जिट पोल में मगध में महागठबंधन, मिथिला में एनडीए की स्थिति मजबूत
Bihar Election Result Date : बिहार में दूसरे और अंतिम चरण की वोटिंग समाप्त होने के बाद Exit Poll सामने आने लगा है. वैसे अंतिम नतीजे 14 नवंबर को आयेंगे. इलेक्शन रिसर्च की अलग-अलग एजेंसियां एग्जिट पोल में यह बता रही है कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी. अभी तक सामने आई ज्यादातर सर्वे एजेंसियों ने एनडीए को स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार में आने की बात कही है.
मुख्य बातें
Bihar Election Result Date : पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान उत्सवी माहौल में संपन्न हो गया. 122 सीटों पर रिकार्ड वोटिंग दर्ज की गयी. दो चरणों में हुए मतदान के बाद विभिन्न एजेंसियों की ओर से जारी एग्जिट पोल में एनडीए की ओर वोटरों का रुझान बताया जा रहा है. तमाम एजेंसियों की ओर से किये गये एग्जिट पोल में अधिकतर सीटों पर एनडीए का दबदबा दिख रहा है.
जदयू के जोरदार वापसी के संकेत
पिछले चुनाव में उम्मीद से कम सीटें पानेवाली जदयू इस बार सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है. नीतीश कुमार के नेतृत्ववाली जदयू की यह जोरदार वापसी के संकेत हैं. मध्य बिहार, पश्चिमी बिहार और उत्तरी बिहार में जदयू की पकड़ मजबूत है. तिरहुत, सारन और दरभंगा प्रमंडल में भाजपा को जीत मिलती दिख रही है, लेकिन मगध क्षेत्र के गया, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद और अरवल में राजद और कांग्रेस की पकड़ मजबूत बतायी जा रही है.
एनडीए की न्यूनतम सीट भी बहुमत से ज्यादा
पांच एजेंसियों की ओर से किये गये सर्वे के अनुसार एनडीए को अधिकतम 167 सीटें मिलती दिख रही हैं, वही कम से कम 133 सीटें जीतने का दावा किया जा रहा है. दूसरी ओर तमाम एग्जिट पोल यह दावा कर रहा है कि महागठबंधन को अधिकतम 107 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कम से कम 73 सीटों पर उसकी जीत हो सकती है. एग्जिट पोल के आंकड़ों का औसत एनडीए को 140 तो महागठबंधन को 85 सीटें आने का दावा करती है. ऐसे में एनडीए का न्यूनतम आंकड़ा 133 भी 122 के उस जादुई आंकड़े से अधिक है.
पिछली बार गलत साबित हुआ था एग्जिट पोल
बिहार विधानसभा 2020 के चुनाव में इस बार मिथिलांचल में महागठबंधन के खिलाफ एनडीए का पलड़ा भारी रहा. दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, सुपौल व मधेपुरा में एनडीए बढ़त बनाने में कामयाब रही. जबकि, समस्तीपुर में कांटे की लड़ाई दिखी और दोनों गठबंधन बराबरी पर दिखे. उस वक्त मतदान पूरा होने के बाद लगभग सभी एग्जिट पोल में महागठबंधन को बढ़त दिखाया गया था. लेकिन, परिणाम एनडीए के पक्ष में दिखा.
