Bihar Election 2025: ढोल-नगाड़ों और समर्थकों के हुजूम के साथ राजेश राम ने भरा पर्चा, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- विकास ही मेरा मुद्दा
Bihar Election 2025: औरंगाबाद की कुटुंबा सीट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया. ढोल-नगाड़ों और समर्थकों के बीच पहुंचे राजेश राम ने कहा कि वे विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं और जनता का आशीर्वाद फिर मिलेगा.
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच सोमवार को औरंगाबाद जिले की कुटुंबा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने अपना नामांकन दाखिल किया. वे भारी संख्या में समर्थकों, ढोल-नगाड़ों और नारों के बीच कलेक्ट्रेट पहुंचे. समर्थकों ने फूल-मालाओं और नारों से उनका भव्य स्वागत किया.
नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए राजेश राम ने कहा कि वे महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं और जनता के बीच अपने विकास कार्यों और जनसेवा के बल पर उतर रहे हैं. उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में क्षेत्र में कई विकास योजनाओं को साकार किया गया. अब मैं अधूरे कामों को पूरा करने के लिए जनता से फिर आशीर्वाद मांगने आया हूं.”
राजेश राम ने अपने पिता को किया याद
राजेश राम ने अपने पिता, दिवंगत दिलकेश्वर राम को याद करते हुए कहा कि कुटुंबा से उनका रिश्ता पुराना और आत्मीय है. उन्होंने कहा, “जनता ने चार बार मेरे पिता को जीताकर विधानसभा भेजा, जहां वे स्वास्थ्य मंत्री बने. उनके कार्यकाल में ही कुटुंबा रेफरल अस्पताल की नींव रखी गई, जो आज भी यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ है।”
मतदाताओं ने दो बार विधानसभा भेजा- राजेश राम
कांग्रेस नेता ने कहा कि मतदाताओं ने दो बार उन्हें भी विधायक बनाकर भेजा और फिर पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी. उन्होंने विश्वास जताया कि “इस बार भी देवतुल्य जनता का आशीर्वाद मिलेगा और जनता के भरोसे को और मजबूत करेंगे.”
मंडल बनाम मंडल का दिलचस्प मुकाबला
गोपालपुर विधानसभा सीट पर इस बार सियासी जंग बेहद दिलचस्प हो गई है. आज सोमवार को बुलो मंडल भी नॉमिनेशन कर रहे हैं. पिछली बार जदयू के टिकट पर जीतने वाले गोपाल मंडल अब निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतर रहे हैं. उनके खिलाफ इस बार जदयू ने बुलो मंडल को प्रत्याशी बनाया है. यानी, मुकाबला मंडल बनाम मंडल का हो गया है. स्थानीय राजनीति में यह टक्कर जातीय समीकरण और पुराने मतभेदों को और तीखा करने वाली मानी जा रही है.
