जमानत पर बाहर, फिर भी कर रहे रोड शो, चिराग पासवान ने लालू यादव की सक्रियता पर उठाये सवाल

Bihar Assemly Election 2025: बिहार की राजनीति में लालू यादव की सेहत और सक्रियता पर चिराग पासवान ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जब लालू यादव स्वास्थ्य कारणों से जमानत पर हैं, तो उनका रोड शो और भोज में शामिल होना कितना उचित है. उन्होंने कहा, कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए.

By Paritosh Shahi | November 3, 2025 9:27 PM

Bihar Assemly Election 2025: बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की सेहत और राजनीतिक कार्यक्रम को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के चीफ चिराग पासवान ने लालू यादव पर सीधा निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जब वे स्वास्थ्य कारणों के चलते जमानत या पैरोल पर बाहर हैं, तो फिर रोड शो, रैलियों और भोज जैसे सार्वजनिक कार्यक्रमों में उनकी सक्रिय भागीदारी कितनी उचित है.

कानून सबके लिए समान होना चाहिए

चिराग पासवान ने कहा कि लालू यादव उम्र और बीमारी का हवाला देकर जेल से बाहर हैं, लेकिन जिस तरह वे लगातार चुनावी कार्यक्रमों में दिख रहे हैं, ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या कानून सभी के लिए बराबर है या नहीं. उन्होंने कहा कि भले ही वे उनकी उम्र का सम्मान करते हैं, परंतु सिद्धांत और नैतिकता पर बात करना आवश्यक है.

तेजस्वी को सीएम बनाने में जुटे हैं लालू

बिहार चुनावी जोश से भरा हुआ है और इसी बीच लालू यादव अपने स्वास्थ्य के बावजूद सक्रिय नजर आ रहे हैं. किडनी ट्रांसप्लांट और शुगर जैसी बीमारियों से जूझते हुए भी वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के प्रयास में जुटे हैं. कभी सोशल मीडिया के जरिए, तो कभी रोड शो और भोज के माध्यम से वे जनता से सीधा संवाद बना रहे हैं.

जनता के बीच जा रहा गलत संदेश

विपक्षी दल के नेताओं का कहना है कि लालू यादव को जो राहत स्वास्थ्य कारणों से दी गई थी, उसका अब राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग हो रहा है. चिराग पासवान ने कहा कि अगर कोई गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति सार्वजनिक कार्यक्रमों में सक्रिय दिखे, तो यह न्यायिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है और जनता के बीच गलत संदेश देता है.

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न्यायपालिका को ऐसे मामलों पर पुनर्विचार करना चाहिए

चिराग पासवान ने कहा कि कानून सबके लिए समान होना चाहिए. उन्होंने तर्क दिया कि यदि कोई आम नागरिक खुद को बीमार बताकर जेल से बाहर आए और फिर पूरी तरह सक्रिय हो जाए, तो न्यायपालिका को ऐसे मामलों पर पुनर्विचार करना चाहिए. आरजेडी नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि लालू यादव भले ही शारीरिक रूप से कमजोर हों, लेकिन मानसिक रूप से मजबूत हैं. वे अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं. जनता का उनके प्रति प्यार और समर्थन उनके स्वास्थ्य नहीं, बल्कि उनके नेतृत्व पर विश्वास को दर्शाता है.

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