Sri Lanka Crisis: कोलंबो में सड़कों पर उतरे लोग, श्रीलंका ने कई देशों में बंद किए अपने दूतावास

Sri Lanka Crisis श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच यहां तेजी से हालात बदल रहे हैं. आर्थिक संकट से जुझ रहे रहे श्रीलंका में अब राजनीतिक संकट भी गहराने लगा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2022 9:29 PM

Sri Lanka Crisis श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच तेजी से परिस्थितियां बदलती दिख रही हैं. आर्थिक संकट से जुझ रहे रहे श्रीलंका में अब राजनीतिक संकट भी गहराने लगा है. इधर, श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच आज होटल एसोसिएशन के सदस्यों व स्टाफ ने कोलंबो में पर्यटन बोर्ड के बाहर प्रदर्शन किया. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शेफ गिल्ड ऑफ श्रीलंका के चेयरमैन ने बताया कि हम पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारकों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. हमें देश के पर्यटन उद्योग को बचाने की जरूरत है.

श्रीलंका ने कई देशों में अस्थायी तौर पर बंद किए अपने दूतावास

वहीं, श्रीलंका की सरकार ने ये घोषणा की है कि आने वाले 30 अप्रैल से इराक और के दूतावास को बंद कर दिया जाएगा. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया स्थित वाणिज्यक दूतावास भी 30 अप्रैल से बंद हो जाएगा.


श्रीलंका के नए वित्त मंत्री ने दिया इस्तीफा

श्रीलंका के नए वित्त मंत्री अली साबरी ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. एक दिन पहले ही राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अपने भाई बेसिल राजपक्षे को बर्खास्त करने के बाद उन्हें नियुक्त किया था. साबरी सोमवार को राष्ट्रपति राजपक्षे द्वारा नियुक्त चार नए मंत्रियों में शामिल थे.

सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है श्रीलंका

बता दें कि श्रीलंका इस समय अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और जनता महंगाई तथा आपूर्ति में कमी के चलते महीनों से परेशान है. इधर, महिंद्रा राजपक्षे सरकार अल्पमत में आ गई है. दरअसल, 225 सदस्यीय वाली श्रीलंका की संसद में सत्ताधारी श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना पार्टी (SLPP) के पास 117 सांसद हैं, जबिक उनकी सहयोगी पार्टी SLFP के पास 15 सदस्य हैं. वहीं, इस गठबंधन के साथ 10 दलों के 14 अन्य सांसद शामिल हैं.

कोलंबो में विरोध प्रदर्शन शुरू

श्रीलंका के शेफ गिल्ड के सदस्यों ने कोलंबो में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. शेफ्स गिल्ड ऑफ श्रीलंका के चेयरमैन ने कहा कि हम यहां पर्यटन उद्योग में कई हितधारकों का प्रतिनिधित्व करने के लिए हैं जो प्रभावित हुए हैं. हमें देश में पर्यटन उद्योग को बचाने की जरूरत है. प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. बता दें, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को छोड़कर कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यहां तक कि महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल राजपक्षे ने भी अपने सभी विभागों से इस्तीफा दे दिया है.

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