कनाडा के हिंदू मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़, भारतीय दूतावास ने जताई आपत्ति

Mahatma Gandhi Statue: कनाडा के रिचमंड हिल स्थित एक हिंदू मंदिर में महात्मा गांधी के मूर्ति के साथ कुछ असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की. इस घटना के बाद भारत के दूतावास ने ट्वीट कर आपत्ति जताई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2022 11:26 AM

Mahatma Gandhi Statue Defaced: कनाडा के रिचमंड हिल स्थित एक हिंदू मंदिर (Hindu Temple) में कुछ असामाजिक तत्वों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की. इस घटना के बाद टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने ट्वीट कर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा, “हम रिचमंड हिल में विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के अपमान से व्यथित हैं. बर्बरता के इस आपराधिक, घृणित कृत्य ने कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरा ठेस पहुंचाया है. हम इस घृणा अपराध की जांच के लिए कनाडा के अधिकारियों के संपर्क में हैं.

भारतीय दूतावास ने जताई आपत्ति

ओटावा में उच्चायोग ने कहा कि भारतीय समुदाय को आतंकित करने की कोशिश करने वाले इस घृणा अपराध से भारत बहुत दुखी है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने जांच के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया है और सुनिश्चित किया है कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए. उच्चायोग ने ट्वीट कर कहा, “हम इस घृणा अपराध से बहुत दुखी हैं, जो भारतीय समुदाय को आतंकित करना चाहता है. इससे यहां भारतीय समुदाय में चिंता और असुरक्षा बढ़ गई है. हमने जांच के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया है और अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए सुनिश्चित किया है.”

Also Read: जहांगीरपुरी हिंसा मामले में आज चार्जशीट दाखिल करेगी क्राइम ब्रांच, अब तक 37 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
मंदिर के अध्यक्ष ने कही ये बात

स्थानीय पुलिस ने इसे घृणा और “पूर्वाग्रह से प्रेरित घटना” बताया. यॉर्क रीजनल पुलिस के प्रवक्ता कॉन्स्टेबल एमी बौद्रेउ ने कहा, “किसी ने ‘बलात्कारी’ और ‘खालिस्तान’ सहित ‘ग्राफिक शब्दों’ से मूर्ति को विरूपित किया है.” उन्होंने कहा “जो लोग नस्ल, राष्ट्रीय या जातीय मूल, भाषा, रंग, धर्म, उम्र, लिंग, लिंग पहचान, लिंग अभिव्यक्ति और इस तरह के आधार पर दूसरों को पीड़ित करते हैं, उन पर कानून की पूरी सीमा तक मुकदमा चलाया जाएगा.” मंदिर के अध्यक्ष डॉ. बुधेंद्र दूबे ने कहा कि महात्मा गांधी की मूर्ति मंदिर में पिछले 30 सालों से है. इससे पहले तक यहां ऐसा कभी नहीं हुआ था. आज इस घटना के बारे में सुनकर काफी निराशा हुई.

Next Article

Exit mobile version