कोरोना संक्रमितों की जान से खिलवाड़ कर रहा है चीन, बीमारों को मेटल बॉक्स में कर रहा है कैद, देखें वीडियो

सोशल मीडिया में वायरल हो रहे चीन की अमानवीय हरकतों वाले कुछ वीडियो से पता चलता है कि उसने लाखों लोगों को क्वारंटीन शिविरों में रखा हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2022 11:13 AM

नई दिल्ली : चीन ने इस समय अपने यहां ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ पर अमल करना शुरू कर दिया है, लेकिन इस पॉलिसी के तहत वह कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है. वह बीमार लोगों को मेटल के बॉक्स में कैद करके रख रहा है. ऐसे लाखों लोगों को उसने क्वारंटिन शिविरों में भेज दिया है. उसकी इस अमानवीय हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, सोशल मीडिया में वायरल हो रहे चीन की अमानवीय हरकतों वाले कुछ वीडियो से पता चलता है कि उसने लाखों लोगों को क्वारंटीन शिविरों में रखा हुआ है. वहीं कई संक्रमित मरीजों को मेटल बॉक्सों में कैद कर दिया गया है. अगले महीने चीन विंटर ओलंपिक की मेजबानी करने जा रहा है. इसे लेकर उसने अपने यहां सख्ती और बढ़ा दी है.


पाबंदियों के नाम पर नागरिकों से खिलवाड़

सोशल मीडिया में चीन के वीडियो वायरल से पता चलता है कि सख्त पाबंदियों के नाम पर वहां नागरिकों के साथ किस तरह का व्यवहार हो रहा है. यह किसी बुरे सपने से कम नहीं है. गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भी मेटल के बॉक्सों में रखा जा रहा है. कोविड संक्रमित होने पर इन बॉक्सों में दो सप्ताह के लिए कैद कर दिया जाता है. इनमें लकड़ी के पलंग और टॉयलेट बनाए गए हैं.

आधी रात को घर छोड़ने का आदेश

मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र किया गया है कि यदि किसी क्षेत्र में एक संक्रमित भी मिल जाए, तो पूरे इलाके के लोगों को क्वारंटीन किया जा रहा है. उन्हें बसों में भर भरकर शिविरों में ले जाया जा रहा है. रिपोर्ट्स कहा गया है कि संक्रमित मिलने पर कई इलाकों के लोगों को आधी रात को कहा जाता है कि उन्हें घर छोड़ना होगा और क्वारंटीन शिविर में चलना होगा.

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संक्रमितों को शिविरों में जाना जरूरी

बताते चलें कि चीन में संक्रमितों और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की भी सख्त नीति है. इसके तहत हर व्यक्ति को ‘ट्रैक एंड ट्रेस’ एप्स अपने मोबाइल में रखना जरूरी है. इसके जरिए किसी व्यक्ति के संक्रमित होने पर उसके संपर्क में आए सारे लोगों का पता लगाकर उन्हें क्वारंटीन शिविरों में भेज दिया जाता है.

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