कनाडा में भारत को मिली बड़ी कामयाबी, मध्यावधि चुनाव में भारतीय मूल के 17 लोगों ने लहराया परचम

चुनाव में जीते हरजीत सज्जन, अनीता आनंद और बर्दिश छागर भारतीय मूल के कनाडाई हैं और वे पूर्व के मंत्रिमंडल में शामिल थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2021 7:50 AM

टोरंटो : कनाडा में हुए मध्यावधि चुनाव में भारतीय मूल के 17 कनाडाई लोगों ने मंगलवार को जीत दर्ज की और इन नतीजों के साथ लिबरल पार्टी के नेता एवं प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की फिर से सत्ता में वापसी का रास्ता साफ हो गया है. चुनाव में दोबारा जीत हासिल करने वालों में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) नेता जगमीत सिंह और रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन शामिल हैं. देश की जनता ने ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत तो दिलाई है, लेकिन पार्टी बहुमत से अभी दूर है और एक प्रकार से इसने दो वर्ष पहले के नतीजों को ही दोहराया है.

कनाडाई मीडिया के अनुसार, ट्रूडो की पार्टी 156 सीटों में या तो आगे चल रही है या उसके उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. यह संख्या 2019 की जीत से एक कम है और हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत के लिए जरूरी 170 से 14 सीट कम है. संघीय चुनाव में ट्रूडो की यह तीसरी बार जीत है, लेकिन आलोचकों का कहना है कि चुनाव वक्त की बर्बादी मात्र था.

कंजर्वेटिव पार्टी मुख्य विपक्षी दल

बीबीसी ने अपनी खबर में कहा कि कंजर्वेटिव पार्टी ने अपने मुख्य विपक्षी के दर्जे को बरकरार रखा है और उनके 122 सीटें जीतने का अनुमान है. ट्रूडो ने सुबह मॉट्रियल में अपने समर्थकों से कहा ककि वोटों की गिनती अभी की जानी बाकी है, लेकिन आज रात जो नजारा हमने देखा है वह यह है कि कनाडा के लाखों लोगों ने प्रगति की राह को चुना है. आपने ऐसी सरकार को चुना है जो आपके लिए लड़ेगी और आपको नतीजे देगी.

चुनाव में इन्हें मिली जीत

चुनाव में जीते हरजीत सज्जन, अनीता आनंद और बर्दिश छागर भारतीय मूल के कनाडाई हैं और वे पूर्व के मंत्रिमंडल में शामिल थे. इनके अलावा, बर्नाबी साउथ से न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता जगमीत सिंह (42) ने भी जीत दर्ज की है. जगमीत ने 2017 में कनाडा में एक संघीय पार्टी के पहले गैर-श्वेत नेता बनकर इतिहास रच दिया था. सीटीवी न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन वैंकुवर-दक्षिण से फिर से निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने 49 फीसदी मतों से चुनाव जीता है.

Also Read: कनाडा में आज संसदीय चुनाव, मुश्किल में जस्टिन ट्रूडो की कुर्सी, पिछले 84 वर्षों में ऐसा कभी नहीं हुआ
कदाचार के आरोपों के बीच निर्वाचित हुए सज्जन

रिपोर्ट में कहा गया है कि कनाडाई बलों पर कदाचार के आरोपों और अफगानिस्तान में सरकार के तौर तरीकों की आलोचनाओं के बीच सज्जन फिर से निर्वाचित हुए हैं. सिटी टीवी टोरंटो ने अपनी खबर में बताया कि लिबरल पार्टी की आनंद को ओकविले से विजेता घोषित किया गया. लिबरल पार्टी के छागर को वाटरलू से विजेता घोषित किया गया. इनके अलावा बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोगों ने चुनाव में जीत दर्ज की है.

Next Article

Exit mobile version