सीरिया में युद्ध के दौरान मारे गये भारत के तीन लड़ाके, 19 करोड़ के एक अन्य ईनामी आतंकी की भी मौत
बेरुत : इंडिया मुजाहिद्दीन कमांडर मोहम्मद बादा राजिद की इस्लामिक स्टेट सीरिया में युद्ध के दौरान मौत हो गयी. दूसरी तरफ सेना के हवाई हमले में आईएस का एक बड़ा लीडर तारिक बिन तहर अल -अवनी अल- हर्जी के भी मारे जाने की खबर है. 30 साल का साजिद सहारनपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला […]
बेरुत : इंडिया मुजाहिद्दीन कमांडर मोहम्मद बादा राजिद की इस्लामिक स्टेट सीरिया में युद्ध के दौरान मौत हो गयी. दूसरी तरफ सेना के हवाई हमले में आईएस का एक बड़ा लीडर तारिक बिन तहर अल -अवनी अल- हर्जी के भी मारे जाने की खबर है. 30 साल का साजिद सहारनपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला था. 2008 में हुए कई बम ब्लास्ट में उसका नाम शामिल था. इसके साथ ही सीरिया में दो और भारतीय लड़ाकों के मारे जाने की खबर है जिसमें अबु तलहा और अबु मोहम्मद का नाम शामिल है.
हवाई हमले में मारे गये आतंकी और युद्ध के दौरान मारे गये भारत की तीन लड़ाकों से आईएस की कमर टूट रही है. आईएस का सबसे बड़ा नुकसान अज- हर्जी के मारे जाने से हुआ है. अल हर्जी ट्यूनीशिया का रहने वाला था और आईएस के लिए हथियार और गोलाबारूद का इंतजाम करता था. अमेरिकी सरकार ने इस पर 3 मिलियन डॉलर का ईनाम रखा था. आईएस में इसे आत्मघाती हमलों में भी एक्सपर्ट के रूप में देखा जाता था. वह आईएस के आत्मघाती हमलों के लिए एक बड़ा मास्टरमाइंड था. इसके अलावा अल हर्जी फंड जमा करने औऱ आईएस को मजबूती से खड़ा करने का भी काम किया करता था.
इसके दम पर ही आईएस अपने नेटवर्क को और बढ़ाने में लगा था.खबरों के अनुसार एक व्यक्ति ने उसे 2 मिलियन डॉलर का डोनेशन दिया था. अज हर्जी विदेशी लड़को को सीरिया तक पहुंचाने और लड़को की संख्या बढ़ाने की भी अहम भूमिका निभाता था. अज हर्जी की मौत से आईएस का बड़ा नुकसान पहुंचा है अब आईएस के सामने कई तरह की परेशानियां आयेंगी जिसमें फंड, हथियार और लड़कों की संख्या को लेकर आने वाली परेशानी अहम होगी. अल हर्जी का भाई तलर – अल – अवनी हर्जी इससे पहले 15 जून को हवाई हमले में मारा गया था.
