क्या अमेरिका से दो-दो हाथ करने को तैयार है उत्तर कोरिया ?

सोल : उत्तर कोरिया ने महाशक्ति अमेरिका को एक बार फिर ललकारा है. उसने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर विश्व समुदाय उसके हालिया हथियारों के परीक्षण के कारण उस पर प्रतिबंध बढाता है तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा. आपको बता दें कि उत्तर कोरिया की यह धमकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 4, 2017 11:41 AM

सोल : उत्तर कोरिया ने महाशक्ति अमेरिका को एक बार फिर ललकारा है. उसने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर विश्व समुदाय उसके हालिया हथियारों के परीक्षण के कारण उस पर प्रतिबंध बढाता है तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा.

आपको बता दें कि उत्तर कोरिया की यह धमकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर चीन प्योंगयांग के मसले का हल करने के लिए आगे नहीं आता है तो अमेरिका अकेले ही आगे बढने को तैयार है. अलग-थलग पडे उत्तर कोरिया ने हाल के महीनों में कई परीक्षण करने के बाद अपने मिसाइल प्रोग्राम को तेज कर दिया है.

उत्तर कोरिया ने कहा है कि वह अमेरिकी जमीन पर परमाणु हथियार से हमला करने के की क्षमता हासिल करने के करीब है. अमेरिका के एक विश्लेषक ने बताया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उत्तर कोरिया एक नए परमाणु परीक्षण करने की तैयारी में है. पिछले दो वर्षों में उत्तर कोरिया अब तक पांच परमाणु परीक्षण कर चुका है.

उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कल अमेरिका की कडी टिप्पणी और दक्षिण कोरिया और जापान के साथ चल रहे उसके सैन्य अभ्यास को लेकर उस पर हमला किया है. इस सैन्य अभ्यास को उत्तर कोरिया अपने उपर आक्रमण के रिहर्सल के तौर पर देख रहा है.

उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से कहा कि यह दुस्साहसिक कदम कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव की स्थिति को बढावा दे रहा है और इसे युद्ध के नजदीक ले जा रहा है. इसमें कहा गया है कि उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाकर उसे परमाणु कार्यक्रमों से वंचित रखने वाला अमेरिका का विचार ‘बेवकफी भरा सपना’ है.

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका समय के रुझान का सामना करने में विफल रहा है लेकिन वह उत्तर कोरिया को दबाने के लिए टकराव की स्थिति पैदा कर रहा है. उत्तर कोरिया के पास प्रतिरोध करने के अलावा कोई रास्ता नहीं छोडा गया है.” बिना ज्यादा विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अब दुनिया जल्द ही देखेगी कि प्रतिबंध लगानेवाले देशों के खिलाफ उत्तर कोरिया क्या कदम उठाएगा.” यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच इस सप्ताह फ्लोरिडा में होने वाली मुलाकात से पहले आया है.

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