यूएनजीए में भारत ने शरीफ को दिया कड़ा जवाब, पाक को बताया आतंकी देश

संयुक्त राष्‍ट्र: एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्‍ट्र में बुरहान वाऩी की जय जयकार की और भारत को हथियारों की होड़ न करने का लेक्चर दिया, वहीं राइट टु रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुएभारत ने यूएनजीए में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है. भारत ने कहा कि हमारा देश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2016 8:22 AM

संयुक्त राष्‍ट्र: एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्‍ट्र में बुरहान वाऩी की जय जयकार की और भारत को हथियारों की होड़ न करने का लेक्चर दिया, वहीं राइट टु रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुएभारत ने यूएनजीए में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है. भारत ने कहा कि हमारा देश पाक की आतंकवाद को बढ़ावा देने की दीर्घकालीन नीति का खामियाजा भुगत रहा है.पाकिस्तान एक आतंकी देश है.

भारत ने कहा कि तक्षशिला की भूमि आतंकियों की पनाहगाह बन गई है. यह आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की चाह रखने वालों को आकर्षित कर रही है जिसका असर पूरे विश्व में महसूस किया जा रहा है.

यूएनजीए में भारत ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में अपने नागरिकों को हर प्रकार के आतंकवाद से बचाने के लिए दृढ़ संकल्प हैं. हम आतंकवाद को नहीं बढ़ने दे सकते, न बढ़ने देंगे. पाक जिसका परमाणु अप्रसार को लेकर रेकॉर्ड ठीक नहीं है, वह संयम की बात कर रहा है. उसने ऐसे ही झूठे वादे हमसे और अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से किए हैं.

आपको बता दें कि भारत ने संरा में भाषण में वानी का उल्लेख करने के लिए शरीफ की आलोचना की है. मारे गए हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी का संयुक्त राष्ट्र में महिमामंडन करने के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की आलोचना करते हुए भारत ने कहा है कि उनका बयान दर्शाता है कि पाकिस्तान का आतंकवाद से जुडाव जारी है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘पाक पीएम शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च मंच पर हिज्बुल आतंकी बुरहान वानी का महिमामंडन किया. यह आतंकवाद से पाकिस्तान के लगातार जुडाव को दर्शाता है.’ संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाया और वानी को ‘युवा नेता’ बताया. शरीफ के आरोपों का जवाब देते हुए स्वरुप ने कहा कि बातचीत के लिए भारत की एकमात्र शर्त है कि आतंकवाद खत्म हो.

स्वरुप ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री शरीफ ने यूएनजीए में कहा कि भारत बातचीत के लिए अस्वीकार्य शर्तें रखता है. भारत की एकमात्र शर्त है कि आतंकवाद खत्म हो. यह स्वीकार्य नहीं है.’