बुलेट, बम और रिकार्ड के नाम रहा रियो का पहला दिन

रियो डि जिनेरियो : कुछ देशों के लिये आशा तो कुछ के लिये निराशा से भरे रियो ओलंपिक के पहले दिन एक नया विश्व रिकार्ड बना तो बम और बुलेट के खबरों के बीच लोगों में खौफ भी दिखायी दिया. वियतनाम और थाईलैंड ने अपने पहले ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते जबकि अमेरिकी किशोरी निशानेबाज गिनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2016 5:36 PM

रियो डि जिनेरियो : कुछ देशों के लिये आशा तो कुछ के लिये निराशा से भरे रियो ओलंपिक के पहले दिन एक नया विश्व रिकार्ड बना तो बम और बुलेट के खबरों के बीच लोगों में खौफ भी दिखायी दिया. वियतनाम और थाईलैंड ने अपने पहले ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते जबकि अमेरिकी किशोरी निशानेबाज गिनी थ्रैसर ने इन खेलों का पहला सोने का तमगा जीतने का गौरव हासिल किया’

बेल्जियम के ग्रेग वान एवरमेट ने पुरुषों की साइकिलिंग रोड रेस को जीता तो रग्बी ने 92 वर्षों के बाद खेलों में वापसी की. तैराकी में ब्रिटेन के एडम पीटी ने पहले दिन सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा. उन्होंने पुरुषों के 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में 57.55 सेकेंड का समय निकालकर नया विश्व रिकार्ड बनाया. वह पहली बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं.
चीन के सुंग यांग ने बाद में तैराकी फाइनल में सुर्खियां बटोरी. उन्होंने 400 मीटर फ्रीस्टाइल के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के मैक होर्टन को पीछे छोड़कर अपने खिताब का बचाव किया. रियो खेलों की शुरुआत एक अवांछित धमाके के साथ हुई. ब्राजीली सेना के बम निरोधक दस्ता ने कोपाकबाना बीच में पुरुषों की साइकिल रेस की फिनिश लाइन के पास संदिग्ध पैकेज हासिल किया और उन्होंने भीड को नियंत्रण करने के लिये संतुलित विस्फोट किया.
वहीं डियाडोरु में घुड़सवारी स्थल पर तब लोग स्तब्ध रह गए जब एक गोली मीडिया के लिये बने अस्थायी वेन्यू से निकलकर चली गई. इससे उसमें जगह जगह छेद हो गए. अमेरिका की 19 वर्षीय थ्रैसर ने चीन की दु ली और 2012 की स्वर्ण पदक विजेता यी सीलिंग को पीछे छोड़कर महिलाओं की दस मीटर एयर राइफल का खिताब जीता.
बाद में होआंग झुआन विन ने पुरुषों की दस मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा. वह वियतनाम की तरफ से सोने का तमगा जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह वियतनाम के इतिहास का पहला स्वर्ण पदक है. मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं. ”
थाईलैंड की सोपिता तनासन ने महिलाओं की 48 किग्रा में भारोत्तोलन का पहला स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने कुल 200 किग्रा भार उठाया. डोपिंग विवाद में फंसे रुस के बेसलन मुडरानोव ने जूडो में पुरुषों के 60 किग्रा में स्वर्ण पदक हासिल किया.