तलिबान प्रमुख मंसूर अमेरिकी बलों के लिए था खतरा, इसलिए मारा गया : पेंटागन

वाशिंगटन : पेंटागन ने आज कहा कि मुल्ला अख्तर मंसूर के खिलाफ हवाई हमला ‘सुरक्षात्मक’ था क्योंकि तालिबान प्रमुख ऐसे अभियानों की योजना बनाने से जुडा हुआ था जिनसे अफगानिस्तान में मौजूद अमेरिकी और गठबंधन बलों को ‘विशेष, तुरंत खतरा’ था. साथ ही पेंटागन ने इसपर भी जोर दिया कि ड्रोन हमले से पाकिस्तान के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2016 8:22 AM

वाशिंगटन : पेंटागन ने आज कहा कि मुल्ला अख्तर मंसूर के खिलाफ हवाई हमला ‘सुरक्षात्मक’ था क्योंकि तालिबान प्रमुख ऐसे अभियानों की योजना बनाने से जुडा हुआ था जिनसे अफगानिस्तान में मौजूद अमेरिकी और गठबंधन बलों को ‘विशेष, तुरंत खतरा’ था. साथ ही पेंटागन ने इसपर भी जोर दिया कि ड्रोन हमले से पाकिस्तान के साथ संबंधों में कोई तनाव नहीं आया है. पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने यहां कहा, मंसूर ‘विशेष अभियान, विशेष चीजों. वास्तविक समय में’ जुडा हुआ था. यह पूछने पर कि क्या तालिबान से खतरा आसन्न था, उन्होंने कहा, ‘हां, अफगानिस्तान में अमेरिकी और गठबंधन बलों को विशेष आसन्न खतरा था.’

हालांकि पेंटागन ने इन विशेष आसन्न खतरों के संबंध और उनकी प्रकृति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. उन्होंने बार-बार दोहराया कि मंसूर के खिलाफ कार्रवाई ‘सुरक्षात्मक’ थी. डेविस ने कहा, ‘यह ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सुरक्षात्मक हमला था जो सक्रिय रूप से ऐसी योजनाएं बनाने और उन्हें अंजाम देने में लगा हुआ था, जिनमें अमेरिकी और गठबंधन बलों के कर्मियों को निशाना बनाया जाता.’

अमेरिका ऐसे हमले अफगानिस्तान में अक्सर करता है, लेकिन ओसामा बिन-लादेन की हत्या के बाद संभवत: यह पाकिस्तान में पहला ‘सुरक्षात्मक हमला’ है. यह पूछने पर कि क्या इससे पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंधों में तनाव आया है उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा नहीं लगता.’ डेविस ने कहा, ‘हमारा पाकिस्तान के साथ संबंध है. मुझे लगता है, कुल मिलाकर वह सकारात्मक है. हम उनके साथ काम करते हैं, खास तौर पर सुरक्षा जरुरतों को लेकर, जहां हम हक्कानी नेटवर्क से लडने में उनकी मदद करते हैं. यह समूह पश्चिमी क्षेत्र में सक्रिय है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे.’

यह पूछने पर कि क्या मंसूर को जीवित पकडने का प्रयास किया गया, उन्होंने कहा, ‘नहीं.’