ओबामा ने ईरान परमाणु मुद्दे पर समझौते की सराहना की, इस्राइल ने खतरा बताया
वाशिंगटन / यरुशलम : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम पर करार की रुपरेखा को लेकर विश्व की प्रमुख शक्तियों एवं तेहरान के बीच हुए समझौते की सराहना करते हुए इसे ऐतिहासिक सहमति करार दिया है, हालांकि इस्राइल ने आगाह किया है कि इससे उसके अस्तित्व के लिए खतरा पैदा […]
वाशिंगटन / यरुशलम : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम पर करार की रुपरेखा को लेकर विश्व की प्रमुख शक्तियों एवं तेहरान के बीच हुए समझौते की सराहना करते हुए इसे ऐतिहासिक सहमति करार दिया है, हालांकि इस्राइल ने आगाह किया है कि इससे उसके अस्तित्व के लिए खतरा पैदा होगा.
ओबामा ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर रुपरेखा संबंधी समझौते की सरहाना करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक सहमति बनी है तथा यह एक अच्छा करार है जो पश्चिम एशिया में एक और युद्ध के खतरे से कहीं बेहतर है एवं इससे वे सभी रास्ते बंद हो जाएंगे जिनके जरिए ईरान परमाणु हथियार विकसित कर सकता है.
स्विट्जरलैंड में लुसान में ईरान और विश्व की छह प्रमुख शक्तियों के बीच समझौते की सफलता की घोषणा होने के बाद ओबामा ने व्हाइट हाउस में कहा, यह लंबे समय बाद हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका एवं इसके साझेदार ईरान के साथ ऐतिहासिक सहमति पर पहुंचे हैं जिसे अगर पूरी तरह अमल में लाया गया तो तेहरान परमाणु हथियार हासिल नहीं कर पाएगा.
अमेरिकी रिपलब्किन ने कल के करार को लेकर संदेह प्रकट किया है. प्रतिनिधि सभा के स्पीकर जॉन बोएनर ने इसकी समझौते की आलोचना की.
बोएनर ने कहा, मेरी चिंता फिलहाल यह है कि ओबामा प्रशासन संकेत दे रहा है कि वह शर्त के साथ प्रतिबंधों में राहत प्रदान करेगा. कोई प्रतिबंध हटाने से पहले कांग्रेस को किसी समझौते के पूरे ब्यौरे की पूरी तरह समीक्षा करने की इजाजत मिलनी चाहिए. समझौते का एलान होने के बाद सैकडों ईरानी जश्न मनाने के लिए सडकों पर उतर गए.
ईरान के चिर प्रतिद्वंद्वी इस्राइल ने कहा कि इस समझौते से परमाणु प्रसार और भयावह युद्ध का खतरा बढ गया है. जब ओबामा ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया तो नेतन्याहू ने उनसे कहा कि इस समझौते से ईरान का बम बनाने का रास्ता नहीं रुकेगा बल्कि इससे रास्ता बनेगा.
इस्राइली प्रवक्ता मार्क रेगेव ने कहा, इस रुपरेखा पर आधारित करार इस्राइल के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा करेगा. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस समझौते के लिए अंतरराष्ट्रीय वार्ताकारों के दल को बधाई दी है.
