बिहार बंद : ABVP कार्यकताओं ने कॉमर्स कॉलेज के सामने की अगजनी, झाझा-पटना ट्रेन रोकी गयी

पटना :अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और नियोजित शिक्षकों का बिहार बंद आज जारी है. राजेंद्र नगर टर्मिनल पर एबीवीपी कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां झाझा-पटना पेसेंजर ट्रेन को रोका गया है. पुलिस ने आशिष सिन्हा सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार एबीवीपी के छात्रों ने पटना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 30, 2015 7:08 AM
पटना :अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और नियोजित शिक्षकों का बिहार बंद आज जारी है. राजेंद्र नगर टर्मिनल पर एबीवीपी कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां झाझा-पटना पेसेंजर ट्रेन को रोका गया है. पुलिस ने आशिष सिन्हा सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार एबीवीपी के छात्रों ने पटना के कॉमर्स कॉलेज के सामने अगजनी की है. हंगामा होते देख पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. इस बंद का असर कई ट्रेनों पर पड़ा है.आरा में शटल एक्सप्रेस रोकी गयी है. वहीं जहानाबाद में भी स्टेशन पर हंगामा करने के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने हाईवे जाम कर दिया है. इस बंद को लोजपा ने भी समर्थन दिया है.

इससे पहले एबीवीपी ने 26 मार्च को पटना में प्रदर्शन के दौरान अपने कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ रविवार को जगह-जगह बैठकें, नुक्कड़ सभाएं कर लोगों से बिहार बंद में सहयोग करने की अपील की. एबीवीपी के प्रदेश मंत्री भरत सिंह जोशी ने कहा कि बिहार में शिक्षा का सत्यानाश करनेवाली नीतीश सरकार के खिलाफ बिहार बंद में लाखों छात्र सड़क पर उतरेंगे. स्कूल-कॉलेजों की व्यवस्था सुदृढ़ करने व भ्रष्टाचार समाप्त करने आदि की मांग करनेवाले छात्रों को गुंडा कह कर पीटा व धमकाया जाता है, एबीवीपी आंदोलन के माध्यम से इसका जवाब देगी.

संगठन की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य पप्पू वर्मा ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को बंद कराया जायेगा और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने ऑटोवालों, व्यापारियों व आम लोगों से बंद का समर्थन करने की अपील की.

दूसरी ओर बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के आह्वान पर करीब चार लाख नियोजित शिक्षक सोमवार को सड़क पर उतरेंगे और वेतनमान और अन्य मांगों को लेकर बिहार बंद में शामिल होंगे. इस दौरान नियोजित शिक्षक एक दिन स्कूलों में तालाबंदी भी करेंगे. रविवार की शाम सभी जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकाला गया.
बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के नेता 23 मार्च से ही पटना के आर ब्लॉक चौराहे पर अनशन पर बैठे हैं. रविवार को दो अनशनकारी राजेश कुमार और रामचंद्र राय की हालत बिगड़ने पर उन्हें पीएमसीएच में भरती कराया गया. राजद सांसद पप्पू यादव, पूर्व शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल, विधानसभा में विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव, भाजपा विधायक नितिन नवीन व विधान पार्षद संजय मयूख रविवार को उनके धरना स्थल पर जाकर उन्हें समर्थन देने की बात कही. वृशिण पटेल ने कहा कि मैं नियोजित शिक्षकों की बेहतरी के पक्षधर रहा हूं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सहयोग नहीं मिल सका. जीतन राम मांझी की सरकार ने इस ओर कदम उठाया था, लेकिन परिस्थिति बदल गयी. मैंने पहले ही कहा था कि फरवरी-मार्च तक निर्णय ले लिये जायेंगे और कार्रवाई भी चल रही थी. अगर मांझी सरकार रहती, तो नियोजित शिक्षकों को आंदोलन करने की जरूरत ही नहीं रहती. वहीं, नंदकिशोर यादव ने कहा कि हम नियोजित शिक्षकों के वेतनमान के पक्ष में हैं. सरकार इस दिशा में पहल करें, क्योंकि अनशनकारियों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. अनशन स्थल पर मेडिकल टीम का न रहना भी दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार, उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह, जयंत सिंह और प्रदेश महासचिव केशव कुमार मौजूद थे.
नियोजित शिक्षकों की मांगे :-

समान काम के लिए समान वेतन, वेतनमान, ऐच्छिक स्थानांतरण, स्नातक ग्रेड में स्नातक पास शिक्षकों का समायोजन, टीइटी-एसटीइटी पास सभी अभ्यर्थियों की सीधी बहाली, नियोजित शिक्षकों की किसी कारण से मृत्यु के बाद एकमुश्त 10 लाख की राशि उसके परिजनों को देना, 30 बच्चों पर एक शिक्षक का अनुपात करना, अप्रैल में ही स्कूली बच्चों को किताब समेत छात्रवृत्ति व पोशाक राशि देना.

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