श्रीलंकाई नागरिकों को नरेंद्र मोदी का तोहफा, 15 अप्रैल से ”वीजा इन अराइवल”

कोलंबो : नरेंद्र मोदी ने आज कोलंबो में श्रीलंकाई संसद को संबोधित करते हुए कहा कि वे श्रीलंका की आवश्‍यकताओं और चिंताओं को समझते हैं. उन्‍होंने कहा कि श्रीलंका के नागरिकों को ‘वीजा इन अराइवल’ की सुविधा प्रदान की जाएगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि 14 अप्रैल से श्रीलंकाई नागरिकों को वीजा इन अराइवल की सुविधा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2015 12:26 PM

कोलंबो : नरेंद्र मोदी ने आज कोलंबो में श्रीलंकाई संसद को संबोधित करते हुए कहा कि वे श्रीलंका की आवश्‍यकताओं और चिंताओं को समझते हैं. उन्‍होंने कहा कि श्रीलंका के नागरिकों को ‘वीजा इन अराइवल’ की सुविधा प्रदान की जाएगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि 14 अप्रैल से श्रीलंकाई नागरिकों को वीजा इन अराइवल की सुविधा प्रदान की जाएगी. तमील और सिंहली त्‍योहारों के मौके पर श्रीलंकाई नागरिकों को वीजा इन अराइवल मिलेगा.

नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत नये शांति मिशन, श्रीलंकाई तमिलों समेत सबके लिए समानता, 13वें संशोधन के क्रियान्वयन और इससे परे भी श्रीलंका के साथ खडा है. मछुआरों का मुद्दा आजीविका और मानवीय दोनों पहलुओं से जुडा है. इसे सुलझाने में थोडा समय लगेगा.

उन्‍होंने कहा कि दोनों देशों के मछुआरे जीविकोपार्जन के लिए समुद्र में सीमाओं को लांघते हैं. ऐसे में उनकी समस्‍या को समझते हुए मानवीय आधार पर इसका समाधान निकाला जाना चाहिए. नरेंद्र मोदी ने कहा कि त्रिंकोमाली को पेट्रोलियम केंद्र बनाने में भारत हर संभव सहायता करने के लिए तैयार है.

भारत और श्रीलंका ने चार समझौतों वीजा, सीमा शुल्क, युवा विकास और रवींद्रनाथ टैगोर स्मारक के निर्माण संबंधी संधि पर हस्ताक्षर किए. संसद में दिए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों ही देश कारोबार और आर्थिक सहयोग बढ़ाना चाहते हैं. रामायण लिंक योजना और बुद्ध सर्किट बनाने की दिशा में काम किया जाएगा.

मोदी ने कहा कि समुद्री अर्थव्‍यवस्‍था पर दोनों देशों के बीच ज्‍वायंट फोर्स का गठन किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत नये शांति मिशन, श्रीलंकाई तमिलों समेत सबके लिए समानता, 13वें संशोधन के क्रियान्वयन और इससे परे भी श्रीलंका के साथ खडा है.