”भारत-पाक को सहयोगात्मक तरीके से आतंकवाद पर ध्यान देना चाहिए”

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने आज कहा कि पाकिस्तान और भारत को हर आतंकवादी हमले के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने के बजाय सहयोगात्मक तरीके से आतंकवाद की समस्या पर ध्यान देना चाहिए. विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने संवाददाताओं से कहा, ‘आतंकवाद ऐसी समस्या है जो खासतौर पर इस क्षेत्र […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 6, 2015 1:58 AM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने आज कहा कि पाकिस्तान और भारत को हर आतंकवादी हमले के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने के बजाय सहयोगात्मक तरीके से आतंकवाद की समस्या पर ध्यान देना चाहिए. विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने संवाददाताओं से कहा, ‘आतंकवाद ऐसी समस्या है जो खासतौर पर इस क्षेत्र में सभी को प्रभावित करती है.’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद से पाकिस्तान सबसे अधिक प्रभावित हुआ है और उसने इसका मुकाबला करने के लिए किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक काम किया है.

प्रवक्ता ने कहा, ‘हम अन्य देशों से ऐसे ही रुख की उम्मीद करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी अपनी चिंताएं हैं, भारत की अपनी चिंताएं हैं. इसलिए इस मुद्दे पर सहयोगात्मक तरीके से ध्यान देने की जरुरत है.’ तसनीम ने कहा कि हर आतंकवादी हमले के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराना अच्छा नहीं है और पाकिस्तान उम्मीद करता है कि किसी भी घटना के बारे में बात करने से पहले जांच की जाए. गौरतलब है कि पाकिस्तान पर भारत आतंकवादियों को आश्रय देने तथा देश में अशांति फैलाने का आरोप लगाता है. वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तान का आरोप है कि भारत बलूच अलगाववादियों की मदद कर रहा है. आतंकवादी हमलों ने दोनों देशों के बीच वार्ता को अकसर पटरी से उतारा है.

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