नाइजीरिया के राष्ट्रपति ने किया नरसंहार स्थल का दौरा, बम विस्फोटों में 35 की मौत

मैदुगुरी (नाइजीरिया) : नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने उस घटनास्थल का दौरा किया है, जहां हुए हमलों को बोको हराम के अब तक के सबसे भीषण नरसंहार की संज्ञा दी गई है. जोनाथन ने वचन दिया है कि यह उग्रवाद शीघ्र ही समाप्त होगा. लेकिन इस्लामिक चरमपंथियों ने देश के धार्मिक रुप से तनावग्रस्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2015 1:50 PM

मैदुगुरी (नाइजीरिया) : नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने उस घटनास्थल का दौरा किया है, जहां हुए हमलों को बोको हराम के अब तक के सबसे भीषण नरसंहार की संज्ञा दी गई है. जोनाथन ने वचन दिया है कि यह उग्रवाद शीघ्र ही समाप्त होगा. लेकिन इस्लामिक चरमपंथियों ने देश के धार्मिक रुप से तनावग्रस्त मध्य क्षेत्र एवं अशांत पूर्वोत्तर में तीन अलग-अलग बम विस्फोटों के जरिए इस कार्य के स्तर की व्यापकता के ताजा संकेत दे दिए हैं.

इन बम हमलों में कम से कम 35 लोग मारे गए हैं. इन बम हमलों से शहरी केंद्रों में कमजोर समूहों के खिलाफ नये सिरे से हमलों का भय बढ गया है. वहीं, नाइजीरिया, नाइजर, चाड और कैमरुन के सैन्यबल ग्रामीण क्षेत्रों में आतंकियों पर भारी पड रहे हैं. जोनाथन ने कल बागा का दौरा किया, जहां आशंका है कि कम से कम सैंकडों लोग मारे जा चुके हैं. जोनाथन की यह यात्रा ऐसे समय पर हुई है, जब उनके प्रमुख चुनावी प्रतिद्वंद्वी मुहम्मद बुहारी ने संकट की घडी में उनमें नेतृत्व की कमी का आरोप लगाया है.

जोनाथन ने कहा, ‘मैं बोकोहराम की ज्यादतियों के कारण तबाह हुए समुदायों से मिलने के लिए गया. मैं खुद चीजों को देखना चाहता था.’ हिंसा को रोक पाने में नाकामी के चलते जोनाथन और उनके प्रशासन की व्यापक स्तर पर आलोचना हुई है. इस दौरान बोकोहराम ने पूर्वोत्तर के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है और पडोसी देशों पर हमले बोले हैं.

राष्ट्रपति पद के लिए 14 फरवरी को होने वाले चुनावों को छह सप्ताह बाद के लिए टाल दिया गया था क्योंकि सेना ने कहा था कि आक्रमणों के खिलाफ जारी अभियानों का अर्थ है कि सैनिक मतदान के दिन सुरक्षा उपलब्ध नहीं करा सकते.

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