चीन दो साल में नेपाल को 56 अरब नेपाली रुपये की सहायता देगा

काठमांडू : चीन अगले दो साल के दौरान नेपाल को उसके विकास कार्यक्रमों तथा उसे जमीनी संपर्क मार्ग से जुड़ा देश बनाने के लिए 56 अरब नेपाली रुपये की सहायता देगा. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को इसकी घोषणा की. शी ने यहां नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के साथ शनिवार को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 13, 2019 4:27 PM

काठमांडू : चीन अगले दो साल के दौरान नेपाल को उसके विकास कार्यक्रमों तथा उसे जमीनी संपर्क मार्ग से जुड़ा देश बनाने के लिए 56 अरब नेपाली रुपये की सहायता देगा. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को इसकी घोषणा की.

शी ने यहां नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के साथ शनिवार को हुई बातचीत के दौरान यह घोषणा की. वह दो दिवसीय नेपाल यात्रा पर शनिवार को यहां पहुंचे. वह पिछले 23 साल में नेपाल का दौरा करने वाले चीन के पहले राष्ट्र प्रमुख हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता के बाद शी जिनपिंग शनिवार को यहां पहुंचे. उन्होंने विद्या देवी के साथ नेपाल के राष्ट्रपति निवास ‘शीतल निवास’ में मुलाकात की. नेपाल के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच दोस्ताना संबंध, आपसी हित तथा अन्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.

अधिकारियों ने बताया कि शी ने बातचीत के दौरान नेपाल को अगले दो साल में 3.5 अरब युआन यानी 56 अरब नेपाली रुपये की सहायता देने की पेशकश की. उन्होंने काठमांडू को तातोपानी ट्रांजिट प्वाइंट से जोड़ने वाले अर्निको राजमार्ग को दुरुस्त करने का भी वादा किया. यह राजमार्ग 2015 के भूकंप के बाद बंद है. उन्होंने कहा कि ट्रांस-हिमालयन रेलवे की वहनीयता को लेकर अध्ययन शीघ्र शुरू किया जायेगा. इसके साथ ही चीन केरुंग-काठमांडू टनल रोड के निर्माण में भी मदद करेगा. शी ने विद्या देवी द्वारा शनिवार को दिये सरकारी रात्रिभोज में कहा, हमारी दोस्ती दुनिया में आदर्श है और दोनों देशों के बीच कोई विवाद नहीं है. शी ने कहा कि वह और विद्या देवी दोनों देशों के बीच संबंध, दोस्ती और साझेदारी को विकासित करने पर सहमत हुए हैं, जो नेपाल की समृद्धि व विकास में मददगार साबित होगी. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में दोनों देशों के बीच अधिक भरोसेमंद व बेहतर संपर्क सुविधाओं का निर्माण किया जायेगा.

शी ने कहा, हम नेपाल के चौतरफा दूसरे देशों के भूभाग से घिरे देश के बजाय उसके जमीनी संपर्क मार्ग से जुड़़ा होने के सपने को साकार करने में मदद करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि चीन भूकंप के बाद के नेपाल के निर्माण में मदद करेगा, ‘नेपाल की यात्रा वर्ष 2020′ को बढ़ावा देगा, शिक्षा क्षेत्र में मदद मुहैया करायेगा और शहरी विकास में भी मदद करेगा. विद्या देवी ने ‘एक चीन नीति’ को नेपाल का समर्थन दोहराया और कहा कि नेपाल किसी भी शक्ति को चीन के खिलाफ अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं करने देगा. उन्होंने नेपाल के विकास कार्यों में मदद के लिए चीन की सराहना की. उन्होंने रसुआगढ़ी-काठमांडू-लुंबिनी रेलवे लाइन के निर्माण में चीन से मदद की भी मांग की. शी ने मुख्य विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के सह अध्यक्ष कमल दहल ‘प्रचंड’ से भी मुलाकात की.

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