हिंदी हार्टलैंड की धरती पर जबरदस्त खिला कमल का फूल, 11 राज्यों में आयी इतनी सीट

नयी दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की अगुआई में एनडीए ने 2014 से भी बड़ा बहुमत हासिल किया है.पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा अपने दम पर 300 का आंकड़ा पार किया. 2014 की तरह 2019 में भाजपा की सफलता में हिंदी पट्टी के 11 राज्यों का योगदान रहा. हिंदी हार्टलैंड में मोदी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 24, 2019 8:08 AM
नयी दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की अगुआई में एनडीए ने 2014 से भी बड़ा बहुमत हासिल किया है.पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा अपने दम पर 300 का आंकड़ा पार किया. 2014 की तरह 2019 में भाजपा की सफलता में हिंदी पट्टी के 11 राज्यों का योगदान रहा. हिंदी हार्टलैंड में मोदी एक्सप्रेस खूब दौड़ी. भाजपा इन 11 राज्यों में अपना पुराना प्रदर्शन दुहराने में कामयाब रही तो पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बेहतर प्रदर्शन की बदौलत कुल सीटों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी कर ली. 2014 की बात करें तो एनडीए ने हिंदी हार्टलैंड की 11 राज्यों की 226 सीटों में से 202 सीटों पर कब्जा जमाया था. इस बार पार्टी सीटों का आंकड़ा 202 तक पहुंचाने में कामयाब रही.
पिछले चुनाव में पार्टी ने इन 11 राज्यों में से 5 राज्यों (उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश) में क्लीन स्वीप किया था. इस बार इन पांचों राज्यों के अलावा पार्टी हरियाणा में भी क्लीन स्वीप करने में कामयाब रही. पार्टी बिहार व मध्यप्रदेश में महज एक सीट तो झारखंड और छत्तीसगढ़ में दो सीट से क्लीन स्वीप करने से चूक गई. चुनाव से पहले आशंका जतायी जा रही थी कि हिंदी पट्टी के राज्यों में भाजपा पुराना प्रदर्शन न दुहराने के कारण बहुमत से दूर रहेगी. इसका कारण भी था. हाल ही में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने कांग्रेस के हाथों सत्ता गंवा दी थी. इन राज्यों में भाजपा का पुराना प्रदर्शन दुहराने पर संदेह था। हालांकि इन राज्यों में पार्टी महज यूपी में पुराना प्रदर्शन दुहराने में नाकाम रही.
2014 में 72 सीटें आयी थी मगर 2019 में 62 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा. सबसे बड़ा झटका गाजीपुर में मिला जहां मनोज सिन्हा को सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी अफजाल अंसारी से हार का सामना करना पड़ा. बता दें कि भाजपा ने इस बार 11 राज्यों की 226 सीटों में से 68 सीटों पर नया चेहरा उतारा था.
राज्य 2014 2019
उत्तर प्रदेश 73 62
बिहार 31 39
झारखंड 12 12
उत्तराखंड 05 05
मध्यप्रदेश 27 28
छत्तीसगढ़ 10 09
राजस्थान 25 25
दिल्ली 07 07
हरियाणा 07 10
चंडीगढ़ 01 01
हिमाचल प्रदेश 04 04
कुल 202 202

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