लालची नेताओं के चलते तृणमूल कांग्रेस का साथ न छोड़ें : ममता

खड़गपुर : तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने यह स्वीकार करते हुए कि पार्टी के कुछ स्थानीय नेता ‘लालची’ हो सकते हैं. रविवार को लोगों से आग्रह किया कि वे उन लोगों के खिलाफ गुस्सा तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मतदान करके नहीं निकालें. उन्होंने दावा किया कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इस तरह के आरोपों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 6, 2019 2:03 AM

खड़गपुर : तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने यह स्वीकार करते हुए कि पार्टी के कुछ स्थानीय नेता ‘लालची’ हो सकते हैं. रविवार को लोगों से आग्रह किया कि वे उन लोगों के खिलाफ गुस्सा तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मतदान करके नहीं निकालें.

उन्होंने दावा किया कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इस तरह के आरोपों से ऊपर है. ममता ने कहा कि उनकी सरकार ने ढेर सारी योजनाओं के जरिये पिछड़े इलाके जंगलमहल के लोगों के जीवनतस्तर में सुधार लाया है.
जंगलमहल इलाका पश्चिमी मेदिनीपुर, पुरुलिया और बांकुड़ा जिले के जंगली इलाकों से मिलकर बना है. ममता ने जंगलमहल इलाके में तीन जगहों पर रैलियों को संबोधित करते हुए कहा : मैं यह नहीं कह सकती कि मेरी पार्टी के 100 फीसदी कार्यकर्ता अच्छे हैं.
हो सकता है कि दो प्रतिशत बुरे हों और हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.उन्होंने कहा कि इलाके के कुछ स्थानीय नेता लालची हो गये हैं, लेकिन उनकी पहचान कर ली गयी और उन्हें बाहर निकाल दिया गया है. ममता ने कहा कि कुछ लोगों की गलती के कारण तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर लोग भाजपा, कांग्रेस और माकपा में नहीं जायें.
उन्होंने कहा : चाहे जो हो, तृणमूल कांग्रेस ही है जो हमेशा आपके कदमों में रहेगी और आपकी हर जरूरत और समस्या में आपके साथ होगी. उन्होंने कहा कि भाजपा केवल चुनावी कोकिल है, जो केवल चुनाव के समय आती है और बाकी समय गायब रहती है,जबकि तृणमूल कांग्रेस सदैव ही लोगों के साथ है.

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