अर्थशास्त्र में बनाएं करियर

अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अंतर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है. अर्थशास्त्र में करियर बनाने के लिए विद्यार्थी ज्यादा से ज्यादा रुचि ले सकते हैं. किसी भी प्रोडक्ट की भविष्य में क्या मांग रहेगी, इसका आकलन किया जाता है. और यह आकलन इकॉनोमिक्स […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 7, 2019 6:35 AM

अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अंतर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है. अर्थशास्त्र में करियर बनाने के लिए विद्यार्थी ज्यादा से ज्यादा रुचि ले सकते हैं. किसी भी प्रोडक्ट की भविष्य में क्या मांग रहेगी, इसका आकलन किया जाता है. और यह आकलन इकॉनोमिक्स के एक्सपर्ट ही कर सकते हैं. बाजारीकरण के दौर में विशेषज्ञों की काफी जरूरत रहती है, जो प्रोडक्ट का बाजार के हिसाब से आकलन करते हैं. कारपोरेट जगत में अर्थशास्त्र बैकग्राउंड वाले छात्रों को एमबीए में बड़ी मदद मिलती है. अर्थशास्त्र में स्नातक के लिए फाइनांशियल सेक्टर ऐसा क्षेत्र है, जहां सर्वाधिक वेतन मिलने की संभावना रहती है.

योग्यता

देश में इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की काफी व्यापक व्यवस्था है. समस्त प्रदेशों की यूनिवर्सिटीज और कॉलेज में इकोनॉमिक्स पर आधारित बीए अथवा एमए स्तर के कोर्स उपलब्ध हैं. इनमें 10+2 के अंकों के आधार पर दाखिले का प्रावधान है. इकोनॉमिक्स में पीजी करने के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.

पर्यावरणीय अर्थशास्त्र

आज जलवायु परिवर्तन को लेकर सारी दुनिया चिंतित है. ऐसे में एन्वायरनमेंटल इकॉनोमिक्स का काम अहम हो जाता है. इस क्षेत्र में छात्रों को वायु प्रदूषण, पानी की गुणवत्ता, ग्लोबल वार्मिंग, जहरीला पदार्थ और वेस्ट प्रोडक्ट्स के बारे पढ़ाया जाता है.

बीमा क्षेत्र

अर्थशास्त्र के छात्र बीमा व बैंकिंग के क्षेत्र में भी किस्मत आजमा सकते हैं. बीमा व बैंकिंग के क्षेत्र में अर्थशास्त्र की जानकारी मूलभूत जरूरत है. इकॉनोमिक्स के ब्रिलिएंट छात्र इंडियन इकॉनोमिक्स सर्विसेज की भी तैयारी कर सकते हैं.

रिसर्च और बैंकिंग

जिन छात्रों ने अर्थशास्त्र में मौद्रिक की पढ़ाई की है, उन्हें बैंकिंग में काफी मौके मिलते हैं. रिसर्च पर आधारित कंपनियां ऐसे छात्रों को अवसर प्रदान करती हैं. आप फॉरेन करंसी एक्सचेंज में भी काम कर सकते हैं.

यहां कर सकते हैं आवेदन

यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन द्वारा इंडियन इकोनॉमिक/स्टेटिस्टिकल सर्विस एग्जाम परीक्षा का आयोजन किया जाता है. इस परीक्षा के आधार पर विभिन्न मंत्रालयों में इकोनॉमिक प्लानिंग और इसी तरह के महत्त्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां की जाती हैं. परीक्षा का आयोजन अगले साल मई में होगा. इसके लिए फरवरी में नोटिफिकेशन जारी की जाएगी. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट www.upsc.gov.in देख सकते हैं.

विदेश में नौकरी के अवसर

अर्थशास्त्र के विशेषज्ञों को विदेशी संस्थानों जैसे इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड, वर्ल्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक के अलावा मल्टी नेशनल कंपनियों में शानदार मौके मिलते हैं. इनकी नियुक्तियां अर्थशास्त्री, नीति-निर्माता, एनालिस्ट, कंसल्टेंट आदि रूपों में होती हैं. विदेशों के सरकारी संस्थानों में भी भारतीय आर्थिक विशेषज्ञों की अच्छी-खासी मांग है.

इस कोर्स का उठाएं लाभ

देश के कुछ चुनिंदा विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन स्तर पर तीन वर्षीय बैचलर ऑफ बिजनेस इकोनॉमिक्स कोर्स उपलब्ध है. प्राय: परीक्षा के जरिये इस कोर्स की सीमित सीटों पर प्रवेश दिया जाता है. प्रवेश परीक्षा में वर्बल एबिलिटी, क्वांटिटेटिव एबिलिटी, लॉजिकल रीजनिंग, जनरल अवेयरनेस से जुड़े ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाते हैं.

ये हैं संबंधित संस्थान

डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुर्नवास विश्वविद्यालय,

लखनऊ बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी,

वाराणसी श्रीराम काॅलेज ऑफ कॉमर्स, उत्तरी परिसर,

दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली यूनिवर्सिटी

गोखले इंस्टिट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिक्स पुणे

सिबायोसिस स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, पुणे

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