USA: नाॅर्थ कैरोलिना में Florence तूफान के बाद अब मॉन्सटर मच्छरों का कहर…

वाशिंगटन: अमेरिकी राज्य नॉर्थ कैरोलिना में लोगों को इन दिनों विशालकाय मच्छरों का आतंक झेलना पड़ रहा है. सामान्य मच्छरों की तुलना में लगभग तीन गुणा बड़ेये मच्छर जब घरों में घुस आते हैं, तो लोगों का सोना-बैठना मुहाल कर देते हैं.... इन राक्षसकाय मच्छरों के आतंक का आलम यह है कि अमेरिकी मीडिया में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2018 10:44 PM

वाशिंगटन: अमेरिकी राज्य नॉर्थ कैरोलिना में लोगों को इन दिनों विशालकाय मच्छरों का आतंक झेलना पड़ रहा है. सामान्य मच्छरों की तुलना में लगभग तीन गुणा बड़ेये मच्छर जब घरों में घुस आते हैं, तो लोगों का सोना-बैठना मुहाल कर देते हैं.

इन राक्षसकाय मच्छरों के आतंक का आलम यह है कि अमेरिकी मीडिया में भी इन दिनों इनकी चर्चा है. इन मच्छरों से जो लोग पीड़ित हैं, उनका कहना है कि उन्होंने इतने बड़े और बुरे मच्छर पहले कभी नहीं देखे.

बड़े तो इन्हें फिर भी झेल लें, लेकिन बच्चों के लिए घर हो या स्कूल, एक जगह बैठकर पढ़ना या खेलना मुश्किल हो चुका है. इन उड़ते मॉन्स्टर्स से बचने की कोशिश में बच्चे लगातार कभी घर तो कभी बाहर भागते नजर आ रहे हैं.

ये मच्छर अचानक कहां से आ गये, यह अमेरिकी जीव विज्ञानियों के लिए भी कौतूहल का विषय है. जानकारों की मानें, तो ये मॉन्सटर मच्छर फ्लोरेंस तूफान की वजह से आयी बाढ़ का नतीजा हैं. तूफान की वजह से मूसलाधार बारिश हुई और जगह-जगह पानी जमा हो गया, जहां इन मच्छरों को पनपने का मौका मिल गया.

यहां यह जानना गौरतलब है कि पिछले महीने संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ हिस्सों,खासकर वर्जीनिया, उत्तरी और दक्षिणी कैरोलिना को फ्लोरेंस तूफान ने बुरी तरह झकझोर दिया.

यह भयावह तूफान जहां लगभग 50 लोगों की मौत और हजारों लोगों के विस्थापन की वजह बना,वहीं इससे लगभग 70 अरब डॉलर के आर्थिक नुकसान की बात भी कही जा रही है.

इन मच्छरों की रोकथाम में लगी ‘मॉस्किटो जो’ नाम की कंपनी के अधिकारी ग्लेन विली बताते हैं कि हमें कई घरों से इन मच्छरों को लेकर शिकायतें मिल रही हैं.

ये मच्छर अपनी प्रजाति के बाकी जीवों की तुलना में ज्यादा बड़े और आक्रामक होते हैं. ये इतने खतनाक होते हैं कि ये आपके मोटे कपड़ों के बीच से छेद कर शरीर से खून चूस लेते हैं.

ग्लेन बताते हैं किये मच्छर अमूमन 30 से 45 दिनों तक जीते हैं और ठंड के मौसम में इनका प्रसार थम जाता है. अभी फ्लोरेंस तूफान गुजरा है, मौसम ऊमस का है और जगह-जगह बारिश का पानी जमा है, ये स्थितियां मच्छरों के फैलने के लिए सबसे मुफीद साबित हो रही हैं.

ग्लेन आगे कहते हैं, इनसे बचने का एकमात्र तरीका यही है कि हम अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें, जहां इन मच्छरों के लार्वा पनपते हैं. हमें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में जब ठंड बढ़ेगी तो इनका प्रकोप कम हो जायेगा.